Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Sep, 2019 11:23 AM
आरबीआई अक्टूबर की समीक्षा बैठक में फिर से रेपो रेट में कटौती कर सकता है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को इस बात के संकेत दिए। दास ने कहा कि इकोनॉमिक ग्रोथ को सहारा देने के लिए सरकार के पास सीमित मौके हैं लेकिन महंगाई दर कम रहने की वजह...
मुंबईः आरबीआई अक्टूबर की समीक्षा बैठक में फिर से रेपो रेट में कटौती कर सकता है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को इस बात के संकेत दिए। दास ने कहा कि इकोनॉमिक ग्रोथ को सहारा देने के लिए सरकार के पास सीमित मौके हैं लेकिन महंगाई दर कम रहने की वजह से मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी को को ब्याज दरों और घटाने में मदद मिल सकती है।
ग्रोथ बढ़ाने के लिए सरकार और भी ऐलान कर सकती है: दास
शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्रोथ बढ़ाने के लिए सरकार के कदम ज्यादातर प्रशासनिक स्तर के हैं और इनमें वित्तीय सतर्कता बरती जाती है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सरकार इस तरह के और ऐलान कर सकती है जिनसे बैलेंस शीट पर असर नहीं पड़े।
अप्रैल-जून में जीडीपी ग्रोथ घटकर 5% रह गई। यह 6 पिछले साल में सबसे कम तिमाही ग्रोथ है। आरबीआई जनवरी से अब तक प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट में 1.10% कटौती कर चुका है। अक्टूबर की पॉलिसी समीक्षा में भी ऐसा होता है तो यह लगातार 5वीं बार होगा।
रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है। इसमें कमी से बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है। ऐसे में उन पर भी ब्याज दरें घटाने का दबाव बढ़ता है और आम आदमी के लिए लोन सस्ते होने की उम्मीद रहती है।