Edited By Supreet Kaur,Updated: 30 Aug, 2018 10:54 AM
नोटबंदी के बाद बाजार में आए 500 रुपए और 2000 रुपए के नए नोट की नकल तैयार नहीं हो पाने का सरकार का दावा फ्लॉप साबित होता दिखाई दे रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में 500 और 2000 के नकली नोट की...
नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद बाजार में आए 500 रुपए और 2000 रुपए के नए नोट की नकल तैयार नहीं हो पाने का सरकार का दावा फ्लॉप साबित होता दिखाई दे रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में 500 और 2000 के नकली नोट की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
बढ़ी मात्रा में पकड़े गए नकली नोट
बैंकों ने पांच सौ के 9,892 नकली नोट भी पकड़े गए हैं। पिछले साल के मुकाबले दो हजार के नकली नोटों में भी बढ़ोतरी हुई है। साल 2016-17 में सिर्फ 638 नकली नोट पकड़े गए थे जबकि 2017-18 में इनकी संख्या बढ़कर 17,929 हो गई। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि 2017-18 में 2 रुपए का भी 1 नकली नोट पकड़ा गया है। वहीं 10 रुपए के 287 नकली नोट पकड़े गए। साल 2017-18 में 1 रुपए के भी 4 नकली नोट पकड़े गए।
50 रुपए के नकली नोट में 154% की बढ़ोतरी
वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में सौ रुपए की नकली करेंसी में 35 फीसदी और पचास रुपए की नकली करेंसी में 154.3 फीसदी का जबरदस्त इजाफा हुआ है। बता दें कि पचास रुपए का भी नया नोट जारी किया गया है, लेकिन पुराने नोट को बंद नहीं किया गया था।