Edited By Pardeep,Updated: 12 Mar, 2020 06:22 PM
कोरोना वायरस के भय से बाजारों में भारी गिरावट के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी विनिमय बाजार में नकद धन का पर्याप्त प्रवाह सुनिश्चित करने उपायों की घोषणा की है जिसमें मुद्रा अदला बदली के तहत दो अरब डालर के अनुबंधों की नीलामी शामिल है। अदला-
मुंबईः कोरोना वायरस के भय से बाजारों में भारी गिरावट के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी विनिमय बाजार में नकद धन का पर्याप्त प्रवाह सुनिश्चित करने उपायों की घोषणा की है जिसमें मुद्रा अदला बदली के तहत दो अरब डालर के अनुबंधों की नीलामी शामिल है। अदला-बदली के तहत डालर के लिए अनुबंध की पहली नीलामी सोमवार को होगी।
रिजर्व बैंक ने कहा, ‘‘ वित्तीय बाजार की परिस्थितियों की समीक्षा के बाद बाजार में अमेरिकी डॉलर की जरूरत को देखते हुए विदेशी विनिमय विनिमय बाजार में नकदी प्रवाह बढ़ाने के उद्येश्य से डॉलर की अदला बदली के छह महीने के अनुबंध किए जाने का निर्णय लिया गया है।'' अदला-बदली के सौदे कई बार की के जरिये किए जाएंगे। नीलामी की दरें अलग-अलग होंगी।
केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘इसकी शुरुआत 16 मार्च को दो अरब डॉलर के सौदे के साथ होगी।'' इसके तहत इच्छुक बैंक रिजर्व बैंक से अमेरिकी मुद्रा का हाजिर सौदा करेंगे तथा इसके साथ ही अनुबंध की अवधि की समाप्ति पर वे उतने ही डॉलर के बराबर की विदेशी मुद्रा निर्धारित दर पर बेचने का करार करेंगे।
रिजर्व बैंक ने कहा कि कोरोनावायरस का संक्रमण फैलने, कच्चा तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें गिरने तथा विकसित अर्थव्यवस्थाओं में बांड से आय में गिरावट आने से दुनिया भर में वित्तीय बाजार में बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है। सुरक्षित निवेश की ओर निवेशकों के भागने से सभी संपत्ति श्रेणियों में उथल-पुथल देखने को मिल रही है। कई उभरते बाजारों की मुद्राएं गिरावट के दबाव से जूझ रही हैं। रिजर्व बैंक ने कहा कि छह मार्च 2020 को देश का विदेशी मुद्रा भंडार 487.24 अरब डॉलर था। यह किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिये पर्याप्त है।