13 साल बाद फिर जोश में रियल एस्टेट सैक्टर, एक साल में दोगुने हुए निवेशकों के पैसे

Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Nov, 2021 02:54 PM

real estate sector again in enthusiasm after 13 years

अमरीका में 2008 में लेमैन ब्रदर्स में संकट आने के बाद भारत में धराशायी हुआ रियल एस्टेट सैक्टर 13 साल बाद एक बार फिर बुलिश ट्रैंड में आ गया है। निफ्टी का रिएल्टी इंडैक्स अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार को बाजार बंद होने के समय...

नई दिल्लीः अमरीका में 2008 में लेमैन ब्रदर्स में संकट आने के बाद भारत में धराशायी हुआ रियल एस्टेट सैक्टर 13 साल बाद एक बार फिर बुलिश ट्रैंड में आ गया है। निफ्टी का रिएल्टी इंडैक्स अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार को बाजार बंद होने के समय 1.65 प्रतिशत की तेजी के साथ 544.65 पर बंद हुआ।

इससे पहले इस इंडैक्स ने 8 अक्तूबर 2010 को 515 का स्तर छुआ था। निफ्टी के रियल्टी इंडेक्स में 10 साल के लंबे समय के बाद 21 सितंबर को ब्रेक आऊट हुआ था और इसने 3 जनवरी 2011 के 388 अंक के अपने उच्चतम स्तर को तोड़ा जबकि बी.एस.ई. का रिएल्टी इंडेक्स शुक्रवार को 1.59 प्रतिशत की तेजी के साथ 4310.71 पर बंद हुआ। हालांकि यह इंडैक्स 2008 के अपने उच्चतम स्तर 13848 से अभी भी काफी नीचे है। 8 जनवरी 2008 को बी.एस.ई. के रिएल्टी इंडैक्स ने यह उच्चतम स्तर छुआ था। पिछले साल कोरोना के कारण बाजार में आई भारी गिरावट के बाद बी.एस.ई. का रिएल्टी इंडेक्स 13 नवम्बर को 1884.39 तक पहंच गया था लेकिन पिछले एक साल में इसने दोगुनी छलांग लगाई है और अब यह 4310.71 तक पहुंच गया है। यह अक्तूबर 2009 के बाद का इस इंडेक्स का उच्चतम स्तर है और यदि यह अपने 18 सितम्बर 2009 के 4474 के स्तर को तोड़ देता है तो इसमें भी 12 साल बाद मल्टी ईयर ब्रेकअप बनेगा और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश करने वाले निवेशकों की चांदी हो सकती है।

7 शहरों में प्रापर्टी की मांग में 113% की तेजी 
नाइट फ्रेंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सितम्बर महीने में ही देश के टॉप 7 शहरों में घरों की मांग में 113 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। ए.एम.एस. प्रोजैक्ट कंसल्टेंट के निदेशक विनीत डुंगरवाल का मानना है कि बैंकों के लोन अभी सस्ते हैं और कई राज्य सरकारों ने प्रापर्टीज की रजिस्ट्रेशन की फीस कम की है, जिसका लोग फायदा उठा रहे हैं और सितम्बर, अक्तूबर व नवम्बर में देश के रियल एस्टेट सैक्टर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है और आने वाले महीनों में भी मांग में तेजी जारी रह सकती है क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही हैं।

ब्रोकरेज हाऊस रियल एस्टेट सेक्टर में बुलिश 
रियल एस्टेट सैक्टर में चल रही तेजी के कारण ब्रोकरेज हाऊसिस ने निवेशकों को इस सैक्टर में निवेश करने की सलाह दी है। आई.सी.आई.सी.आई. डायरैक्ट ने अपने निवेशकों को 540 रुपए के लक्ष्य के साथ प्रेस्टीज एस्टेट और डी.एल. एफ. में निवेश करने की सलाह दी है। जबकि डी.एल.एफ के लिए 440 रुपए का लक्ष्य दिया गया है। इसी प्रकार एच.डी.एफ.सी. सिक्योरिटीज ने शोभा डेवेलपर्स के शेयर पर 964 रुपए का लक्ष्य लेकर निवेश करने की सलाह दी है।

मम्बई में प्रापर्टी की मांग 10 साल के उच्चतम स्तर पर 
नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक देश में सस्ती ब्याज दर पर मिल रहे होमलोन और डिवेल्पर द्वारा दी गई आकर्षक योजनाओं के कारण रियल एस्टेट सैक्टर की बिक्री में भारी उछाल आया है। अक्तूबर महीने में ही मुम्बई में प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। अगस्त में मुम्बई में रोजाना 219 प्रापर्टीज की रजिस्ट्रेशन हुई, जबकि सितम्बर में यह संख्या बढ़कर 260 और अक्तूबर में 277 तक पहुंच गई। यह सारी खरीददारी नवरात्रों और दीवाली के दौरान हुई है। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक नवम्बर महीने में ही मुम्बई में 1 लाख यूनिट प्रापर्टीज बिक सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोनाकाल के बाद अपना घर खरीदना लोगों के लिए प्राथमिकता हो गई है और वह सुविधाजनक मकान खरीदना चाह रहे हैं क्योंकि महामारी के दौरान वर्क फ्राम होम के कल्चर से लोगों को सुविधाजनक घर की जरूरत महसूस हुई है।
 

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