Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Mar, 2020 10:40 AM
बिल्डिंग मैटीरियल्स एंड टैक्नोलॉजी प्रोमोशन कौंसिल (बी.एम.टी.पी.सी.) ने कहा है कि वर्ष 2040 तक देश का रियल एस्टेट क्षेत्र बढ़कर 46.2 लाख करोड़ रुपए का होने और इसके देश के सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) में योगदान दोगुना होकर 14 प्रतिशत पर पहुंचने का...
नई दिल्लीः बिल्डिंग मैटीरियल्स एंड टैक्नोलॉजी प्रोमोशन कौंसिल (बी.एम.टी.पी.सी.) ने कहा है कि वर्ष 2040 तक देश का रियल एस्टेट क्षेत्र बढ़कर 46.2 लाख करोड़ रुपए का होने और इसके देश के सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) में योगदान दोगुना होकर 14 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान है।
संगठन के कार्यकारी निदेशक डॉ. शैलेष कुमार अग्रवाल ने यहां एसोसिएशन ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री (इंडिया) और कॉलियर्स इंटरनैशनल द्वारा ट्रांसफॉॄमग इंफ्रास्ट्रक्चर लैंडस्केप: रोल ऑफ रियल एस्टेट इन शेपिंग रोडमैप फॉर इंडिया विषय पर आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2022 तक नए भारत की स्थापना के आह्वान में मकान और आधारभूत संरचना की भूमिका बड़ी हो जाती है। यह समय है उन्नत प्रौद्योगिकियों के साथ नए-नए नीतिगत पहल करने का ताकि तेजी से विकास हो पाए, समग्र स्थायी विकास संभव हो और रहन-सहन व समावेश में आसानी हो।
इस अवसर पर एसोसिएशन ऑफ इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री (इंडिया) के महानिदेशक रजनीश दासगुप्ता ने कहा कि भारत विकास के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार, उद्योग और आम लोग समाज के साथ सांझेदारी कर देश के विकास को तीव्र गति दे सकते हैं।