Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Apr, 2020 01:24 PM
कोरोना वायरस के लॉकडाउन के बीच छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में बड़ी कटौती हो गई है। आर्थिक सुस्ती के दौर में सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही में सुकन्या समृद्धि योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड खातों, सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम, नेशनल
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के लॉकडाउन के बीच छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में बड़ी कटौती हो गई है। आर्थिक सुस्ती के दौर में सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही में सुकन्या समृद्धि योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड खातों, सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट समेत कई अहम योजनाओं की ब्याज दर में कमी की है।
आरबीआई की ओर से रेपो रेट में 75 बेसिस पॉइंट्स की कटौती के बाद यह फैसला लिया गया है। सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर अगली तिमाही के लिए 7.6 फीसदी ही तय की गई है, जो अब तक 8.4 फीसदी थी। इसके अलावा सबसे ज्यादा ब्याज वाली योजना मानी जाने वाली सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम पर इंटरेस्ट रेट को 8.6 फीसदी से घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया है।
इसके अलावा नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट स्कीम की ब्याज दर को 7.9 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया गया है। इसी तरह टैक्स सेविंग स्कीम के तौर पर लोकप्रिय रहे पीपीएफ खातों पर मिलने वाले ब्याज में भी बड़ी कटौती की गई है। अब 7.9 फीसदी सालाना की बजाय 7.1 फीसदी इंटरेस्ट ही मिलेगा। किसान विकास पत्र स्कीम के ब्याज को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी किया गया है। बीते साल जुलाई-सितंबर तिमाही में बचत योजनाओं के ब्याज में 10 बेसिस पॉइंट्स की कटौती के बाद यह पहला मौका है, जब इस तरह से कमी की गई है।
एक तरफ बचत योजनाओं पर ब्याज कम हुआ है तो आरबीआई ने उससे पहले ही अपने रेपो रेट में 210 बेसिस पॉइंट्स यानी 2.1 फीसदी की बड़ी कमी की है। बीते 20 सालों में यह सबसे निचला स्तर है। रेपो रेट में इस बड़ी कटौती के चलते होम लोन समेत तमाम कर्ज सस्ते होने की संभावना है। बता दें कि अकसर बैंकों की ओर से दिए जाने वाले कर्ज की दर में कमी होने पर सेविंग स्कीम्स के ब्याज में भी कटौती की जाती रही है। इससे पहले 2009 में आर्थिक संकट के दौरान भी आरबीआई ने रेपो रेट में बड़ी कटौती की थी और यह लेवल 4.75 फीसदी तक जा पहुंचा था। इस बार उस संकट से भी ज्यादा निचले लेवल पर रेपो रेट है।
फिलहाल पीएफ पर सबसे ज्यादा ब्याज: इन सभी बचत योजनाओं के मुकाबले पीएफ अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज की दर कमोबेश बेहतर है। ईपीएफओ ने पीएफ खातों पर 2019-20 में 8.5 फीसदी ब्याज देने का फैसला लिया है। हालांकि ईपीएफओ की ओर से भविष्य में इसमें भी कुछ कमी किए जाने की आशंका जताई जा रही है।