Edited By Isha,Updated: 13 Feb, 2019 11:05 AM
अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस पावर ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से एडलवाइस समूह को तत्काल पूंजी बाजार से प्रतिबंधित करने की मांग की है। रिलायंस पावर का आरोप है कि एडलवाइस की गैरकानूनी और बाजार
बिजनेस डेस्कः अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस पावर ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से एडलवाइस समूह को तत्काल पूंजी बाजार से प्रतिबंधित करने की मांग की है। रिलायंस पावर का आरोप है कि एडलवाइस की गैरकानूनी और बाजार बिगाडऩे वाली गतिविधियों से कंपनी के शेयर मूल्य में भारी गिरावट आई। रिलायंस समूह ने पिछले सप्ताह एलएंडटी फाइनेंस और एडलवाइस समूह की इकाइयों पर गैरकानूनी तरीके तथा गलत मंशा से अनिल अंबानी समूह की तीन सूचीबद्ध कंपनियों के गिरवी रखे शेयर खुले बाजार में बेचने का आरोप लगाया था, जिसके चलते अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के शेयर मूल्य में भारी गिरावट दर्ज की गई।
L&T और Edelweiss समूह ने आरोपों को किया खारिज
एलएंडटी फाइनेंस और एडलवाइस समूह ने हालांकि इन आरोपों को खारिज करते हुए प्रत्यारोप लगाया था कि रिलायंस समूह समय पर भुगतान करने में विफल रहा जिसकी वजह से उन्हें अपने पास रखे गिरवी रखे शेयर बेचने पड़े। रिलायंस पावर की ओर से सेबी को 11 जनवरी को भेजे गए पत्र में मांग की गई है कि एडलवाइस समूह की सभी इकाइयों को शेयर बाजार के लिहाज से उपयुक्त नहीं होना घोषित किया जाए और उन पर पूंजी बाजार और संबंधित गतिविधियों पर रोक लगाई जाए। इसके अलावा उसने नियामक से एडलवाइस समूह द्वारा चार और पांच फरवरी को की गई रिलायंस पावर के शेयरों की बिक्री की जांच की भी अपील की है।
उचित कानूनी कदम उठाने की मांग
इस बारे में संपर्क करने पर रिलायंस समूह के प्रवक्ता ने तीनों सूचीबद्ध कंपनियों रिलायंस पावर, रिलायंस इन्फ्रा और रिलायंस कैपिटल के बोर्ड के पूर्व के बयानों की ओर ध्यान दिलाया जिसमें शेयरधारकों के मूल्य के संरक्षण के लिए सभी उचित कानूनी कदम उठाने की बात कही गई है। एडलवाइस समूह के प्रवक्ता ने कहा कि हम हमेशा कानून का सम्मान करते रहे हैं और करते रहेंगे। हम किसी अनावश्यक विवाद में नहीं पडऩा चाहते। यह मामला अदालत में है। पिछले सप्ताह एडलवाइस ने कहा था कि उसने रिलायंस समूह को गिरवी रखे शेयरों पर ऋण सुविधा दी थी। उसने समूह के साथ माॢजन में गिरावट को लेकर कई बार संपर्क भी किया।