Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Nov, 2019 06:59 PM
रिजर्व बैंक की कर्मचारी यूनियनों ने बैंकों में जमा राशि पर बीमा कवर को मौजूदा एक लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए करने की सरकार से मांग की है। सहकारी क्षेत्र के पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी बैंक में जारी संकट के बीच बैंक जमा पर बीमा कवर बढ़ाने की मांग...
मुंबईः रिजर्व बैंक की कर्मचारी यूनियनों ने बैंकों में जमा राशि पर बीमा कवर को मौजूदा एक लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए करने की सरकार से मांग की है। सहकारी क्षेत्र के पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी बैंक में जारी संकट के बीच बैंक जमा पर बीमा कवर बढ़ाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सप्ताहांत इस संबंध में सरकार की मंशा बताते हुए कहा कि सरकार मौजूदा शीतकालीन सत्र में ही बैंक जमा पर बीमा गारंटी को बढ़ाने के लिए संशोधन विधेयक संसद में पेश करेगी। उन्होंने कहा कि जमा राशि पर बीमा कवर को एक लाख रुपए से ऊपर किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई संकेत नहीं दिया कि यह कितनी हो सकती है।
अखिल भारतीय रिजर्व बैंक कर्मचारी संघ ने एक वक्तव्य में कहा है, ‘‘इससे पहले भी हमने इस बारे में सुझाव दिया था कि किसी भी व्यक्ति की बैंकों में रखी गई सब तरह की जमा पर बीमा कवर को बढ़ाकर कम से कम दस लाख रुपए किया जाना चाहिए। हम अपनी इस मांग को दोहराते हुए सरकार से इस पर विचार करने का आग्रह करते हैं।'' कर्मचारी संघ ने कहा है कि प्रस्तावित दस लाख रुपए की राशि करीब 14,000 डॉलर तक बैठेगी जो कि कई अन्य देशों के मुकाबले कम है।
वर्तमान में जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी निगम प्रत्येक बैंक जमाधारक को उसके बैंक के परिसमापन अथवा बैंक लाइसेंस निरस्त होने की तिथि को उसकी जमा पर अधिकतम एक लाख रुपए का बीमा कवर उपलब्ध कराता है। एसबीआई रिसर्च की हाल में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार एक लाख रुपये का जमा बीमा कवर दुनिया में सबसे कम कवर में से एक है। यह देश की प्रति व्यक्ति आय का 0.9 गुणा है। जबकि ब्राजील में जमा राशि पर 42 लाख रुपए और रूस में 12 लाख रुपए का कवर दिया जाता है।