Edited By Supreet Kaur,Updated: 30 Dec, 2019 05:51 PM
साख निर्धारण और बाजार सूचना सेवा कंपनी फिच सोल्यूशंस ने सोमवार को कहा कि देश में रिहायशी और गैर-रिहायशी भवनों के बाजार में अगले साल वास्तविक आधार पर 6.6 फीसदी वृद्धि की संभावना है। इस क्षेत्र को वित्तीय समर्थन और शहरी इलाकों में सस्ते...
नई दिल्लीः साख निर्धारण और बाजार सूचना सेवा कंपनी फिच सोल्यूशंस ने सोमवार को कहा कि देश में रिहायशी और गैर-रिहायशी भवनों के बाजार में अगले साल वास्तविक आधार पर 6.6 फीसदी वृद्धि की संभावना है। इस क्षेत्र को वित्तीय समर्थन और शहरी इलाकों में सस्ते मकानों की आपूर्ति बढ़ाने पर सरकार के जोर को देखते हुए इसमें इस तरह की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है।
फिच सोल्यूशंस ने एक बयान में कहा, ‘‘वित्तीय समर्थन तथा आवास बाजार के लिए सरकार की अनुकूल नीतियों से भारत के इमारत क्षेत्र में अल्पकालीन विस्तार होगा। इसके अलावा लॉजिस्टिक, खुदरा और औद्योगिक इमारत क्षेत्रों में गतिविधियां तेज होने से भी इस क्षेत्र को गति मिलने की उम्मीद है।''
इसमें कहा गया है कि वहीं दूसरी तरफ दीर्घकालीन वृद्धि को बड़ी आबादी से मदद मिलेगी। इसके लिए रिहायशी इमारत निर्माण क्षेत्र में निरंतर निवेश की जरूरत होगी। इस साल अटकी पड़ी परियोजनाओं में वृद्धि हुई। इसका कारण गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा कर्ज लौटाने में चूक के कारण नकदी की तंग स्थिति है। इसके कारण कंपनियों तथा मकान खरीदारों के लिए कर्ज की सुविधाएं कम हुई हैं। अटकी पड़ी परियोजनाओं के मसले से निपटने के लिए सरकार ने 10,000 करोड़ रुपए के पैकेज की मंजूरी दी। इसके अलावा 15,000 करोड़ रुपए का योगदान सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थान करेंगे।