Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Oct, 2021 06:28 PM
सितंबर 2021 में महंगाई दर से आम लोगों को राहत मिली है। इस महीने खुदरा महंगाई दर घटकर 4.35% पर आ गई। जबकि एक महीना पहले अगस्त में महंगाई दर 5.3% थी। नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) की तरफ ने 12 अक्टूबर को सितंबर के लिए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए...
बिजनेस डेस्कः सितंबर 2021 में महंगाई दर से आम लोगों को राहत मिली है। इस महीने खुदरा महंगाई दर घटकर 4.35% पर आ गई। जबकि एक महीना पहले अगस्त में महंगाई दर 5.3% थी। नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) की तरफ ने 12 अक्टूबर को सितंबर के लिए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए हैं।
खुदरा महंगाई दर में कमी की सबसे बड़ी वजह है खाने-पीने की चीजों के दाम में कमी। कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स (CFPI) सितंबर में 0.68% था जो सितंबर में घटकर 3.11% पर आ गया।
इस बार मॉनेटरी पॉलिसी की समीक्षा में भी RBI का फोकस महंगाई कम करने पर था। इस वजह से RBI गवर्नर शक्तिकांत ने पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किया। रेपो रेट पहले की तरह 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर बना हुआ है। RBI ने दिसंबर 2020 से ही महंगाई दर के लिए 4% (+2% या -2%) का टारगेट तय किया है। इस बार महंगाई दर RBI के टारगेट के दायरे में ही है। इससे रिजर्व बैंक को बड़ी राहत मिली होगी।
अगस्त में औद्योगिक उत्पादन 11.9% बढ़ा
देश के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में अगस्त में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। अगस्त, 2021 में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत रही। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में खनन क्षेत्र का उत्पादन 23.6 प्रतिशत तथा बिजली क्षेत्र का 16 प्रतिशत बढ़ा। अगस्त, 2020 में औद्योगिक उत्पादन 7.1 प्रतिशत घटा था।
चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल-अगस्त में आईआईपी में 28.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में आईआईपी में 25 प्रतिशत की गिरावट आई थी। कोरोना वायरस महामारी की वजह से पिछले साल मार्च से औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हुआ है। उस समय इसमें 18.7 प्रतिशत की गिरावट आई थी। अप्रैल, 2020 में लॉकडाउन की वजह से औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित होने से औद्योगिक उत्पादन 57.3 प्रतिशत घटा था।