Edited By rajesh kumar,Updated: 26 Aug, 2020 12:50 PM
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने तेल एवं गैस खोज, उत्पादन और रिफाइनरी समेत अन्य परियोजनाओं में चालू वित्त वर्ष में 1.2 लाख करोड़ रुपये के पूंजी व्यय की योजना बनायी है। कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये सरकार के पूंजीगत खर्च...
नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने तेल एवं गैस खोज, उत्पादन और रिफाइनरी समेत अन्य परियोजनाओं में चालू वित्त वर्ष में 1.2 लाख करोड़ रुपये के पूंजी व्यय की योजना बनायी है। कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये सरकार के पूंजीगत खर्च बढ़ाने पर जोर के बीच यह योजना बनायी गयी है। आधिकारिक बयान के अनुसार अगले तीन साल में 8,363 परियोजनाओं के लिये 5.88 लाख करोड़ रुपये के खर्च का बजट रखा गया है।
बयान में कहा गया है, ‘इन परियोजनाओं पर अनुमानित लागत में से 1.20 लाख करोड़ रुपये चालू वित्त वर्ष में पूंजीगत व्यय के रूप में खर्च करने की योजना है।’ पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने तेल एवं गैस कंपनियों की जारी सभी परियोजनाओं की समीक्षा की है। यह समीक्षा संकट को अवसर में बदलने के प्रयास के रूप में की गयी है। इसके जरिये परियोजनाओं पर कामकाज का दायरा बढ़ाकर रोजगार सृजित करना और आर्थिक वृद्धि को पटरी पर लाना है।
बयान के अनुसार, ‘तेल एवं गैस क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों, उनके संयुक्त उद्यमों और अनुषंगी इकाइयों की इन परियोजनाओं में रिफाइनरी परियोजनाएं, बॉयो रिफाइनरी, खोज एवं उत्पादन से जुड़ी परियोजनाएं, पाइपलाइन, सिटी गैस वितरण परियोजना आदि शामिल हैं।’ मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष में 1.21 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना है जिसमें से 15 अगस्त, 2020 तक 26,576 करोड़ रुपये पहले ही खर्च किये जा चुके हैं।