Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Dec, 2020 10:43 AM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ग्राहकों को बड़ी सुविधा प्रदान करते हुए आज से रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) सिस्टम को साल के 365 दिन 24 घंटे के लिए लागू कर दिया है। इस शुरुआत के साथ ही भारत अब उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा,
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ग्राहकों को बड़ी सुविधा प्रदान करते हुए आज से रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) सिस्टम को साल के 365 दिन 24 घंटे के लिए लागू कर दिया है। इस शुरुआत के साथ ही भारत अब उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, यहां सुविधा दिन-रात काम करती है। 2004 में तीन बैंकों के साथ RTGS सुविधा शुरू हुई थी। दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा डिजिटलीकरण अभियान की वजह से पिछले कुछ समय में डिजिटल लेन-देन तेजी से बढ़ा है। कोरोना वायरस महामारी के इस दौरान में संंक्रमण से बचने के लिए अधिकतर लोग डिजिटल ट्रांजैक्शन का ही सहारा ले रहे हैं।
कब हुई थी शुरुआत
RTGS की शुरुआत 26 मार्च 2004 को हुई थी। उस समय केवल 4 बैंक ही इस सेवा से जुड़े थे। लेकिन अब देश के 237 बैंक इस सिस्टम के जरिए 4.17 लाख करोड़ रुपए के लेन-देन को प्रतिदिन पूरा करते हैं। नवंबर में आरटीजीएस से औसत 57.96 लाख रुपए का लेनदेन हुआ। फिलहाल दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर महीने के सभी कार्यदिवस पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक RTGS की मदद से फंड ट्रांसफर किया जाता है।
नहीं देना होगा फंड ट्रांसफर शुल्क
RTGS बड़े ट्रांजेक्शंस में काम आता है। RTGS के जरिए 2 लाख रुपए से कम अमाउंट ट्रांसफर नहीं हो सकता है। इसे ऑनलाइन और बैंक ब्रांच दोनों माध्यमों से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें भी किसी तरह का फंड ट्रांसफर शुल्क नहीं हैं लेकिन ब्रांच में RTGS से फंड ट्रांसफर कराने पर शुल्क देना होगा।
केंद्रीय बैंक ने अक्टूबर में RTGS सिस्टम को 24 घंटे काम करने वाली सिस्टम बनाने की घोषणा की थी। एक बैंक से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के कई सारे विकल्प मौजूद हैं। इनमें सबसे ज्यादा पॉपुलर RTGS, NEFT और IMPS है। इससे पहले पिछले साल दिसंबर में ही NEFT को भी 24 घंटे के लिए शुरू किया गया था। RTGS बड़ी राशि के इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन में काम आने वाली सिस्टम है, जबकि NEFT से 2 लाख रुपए तक का ही ऑनलाइन लेन-देन किया जा सकता है।