Edited By ,Updated: 30 Jan, 2017 01:25 PM
सेल ने कहा है कि आधुनिकीकरण कार्यक्रम पूरा होने के बाद उसकी उत्पादन क्षमता में 60 से 70 प्रतिशत वृद्धि होगी जो कि उसके लिए अपने आप में एक चुनौती होगी क्योंकि घरेलू इस्पात
नई दिल्ली: सेल ने कहा है कि आधुनिकीकरण कार्यक्रम पूरा होने के बाद उसकी उत्पादन क्षमता में 60 से 70 प्रतिशत वृद्धि होगी जो कि उसके लिए अपने आप में एक चुनौती होगी क्योंकि घरेलू इस्पात की मांग अभी भी नरम बनी हुई है। कंपनी की उत्पादन क्षमता बढ़ाने की 70,000 करोड़ रुपए की योजना अंतिम चरण में पहुंच गई है।
सेल के चेयरमैन पी के सिंह ने कहा कि देश की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी के भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) के आधुनिकीकरण का काम अगले कुछ महीनों में पूरा होने की संभावना है और इसके साथ ही उसके आधुनिकीकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। सिंह ने कहा, ‘‘भिलाई को छोड़कर अन्य सभी में आधुनिकीकरण का काम पूरा हो चुका है।’’
भिलाई इस्पात संयंत्र सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी का सबसे बड़ा कारखाना है। उन्होंने कहा कि हमें आगामी बजट में इस्पात उद्योग के लिये रेलवे माल भाड़ा भी कम होने की उम्मीद है। ‘‘इसके साथ ही हम उम्मीद करते हैं कि ढांचागत क्षेत्र में व्यय बढ़ाया जाएगा।’’ चेयरमैन ने कहा, ‘‘हम अपने उत्पादन को बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं। हमारी उत्पादन क्षमता 60 से 70 प्रतिशत बढ़ेगी। यह कंपनी के लिए वास्तविक चुनौती है। उत्पादन बढ़ाना और उसकी बिक्री चुनौती है। कंपनी के लिए यह बड़ी चुनौती है।’’
इस बीच, सेल ने आगामी बजट में कोकिंग कोल पर स्वच्छ ऊर्जा उपकर समाप्त करने और आयात शुल्क में कमी लाने की मांग की है। कंपनी का कहना है कि इस्पात उद्योग मांग की कमी और कच्चे माल की ऊंची लागत से जूझ रहा है।