Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 05:02 PM
देश में कर्मचारियों के वेतन में इस साल केवल 9.4 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। यह पिछले साल के बराबर ही है। जबकि बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को 15.4 प्रतिशत परितोषिक (अप्रैजल) मिलने की उम्मीद है क्योंकि कंपनियां प्रदर्शन पर अधिक ध्यान केंद्रित...
नई दिल्लीः देश में कर्मचारियों के वेतन में इस साल केवल 9.4 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। यह पिछले साल के बराबर ही है। जबकि बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को 15.4 प्रतिशत परितोषिक (अप्रैजल) मिलने की उम्मीद है क्योंकि कंपनियां प्रदर्शन पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
एचआर संबंधी परामर्श देने वाली कंपनी एआन हेविट के वार्षिक वेतन वृद्धि सर्वेक्षण के मुताबिक भारतीय कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों का वेतन औसतन 9.4 प्रतिशत बढ़ाए जाने की उम्मीद है। सर्वेक्षण में 20 से अधिक उद्योगों से जुड़ी 1,000 से ज्यादा कंपनियों को शामिल किया गया है। एआन का मानना है कि भारत में वेतन वृद्धि औसतन 9.4 से 9.6 प्रतिशत के बीच रहेगी। 2017 के दौरान औसतन वेतन बढ़ोतरी 9.3 प्रतिशत थी।
सर्वेक्षण के मुताबिक सालाना आधार पर वेतन वृद्धि के पूर्व स्तर में बने रहने के बावजूद भी भारत एशिया प्रशांत में अग्रणी बना हुआ है। चीन में वेतन वृद्धि 6.7 प्रतिशत, फिलीपीन में 5.8 प्रतिशत, मलेशिया में 5.1 प्रतिशत, सिंगापुर में 4 प्रतिशत, ऑस्ट्रेलिया में 3.2 प्रतिशत और जापान में 2.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। एआन इंडिया कंसल्टिंग के पार्टनर आनंदोरूप घोष ने कहा, कौशल की कमी चिंता की मुख्य वजह रही। कंपनियां बेहतर प्रदर्शन करने वालों की पहचान और भुगतान करने के लिये अधिक सतर्कता बरत रही हैं।