Edited By Supreet Kaur,Updated: 25 Dec, 2019 05:25 PM
किफायती आवासों तथा तैयार फ्लैटों की बढ़ी मांग से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में घरों की बिक्री 2019 में छह फीसदी बढ़कर 46,920 इकाइयों पर पहुंच गई। संपत्ति को लेकर परामर्श देने वाली कंपनी एनरॉक ने एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। रिपोर्ट के..
नई दिल्लीः किफायती आवासों तथा तैयार फ्लैटों की बढ़ी मांग से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में घरों की बिक्री 2019 में छह फीसदी बढ़कर 46,920 इकाइयों पर पहुंच गई। संपत्ति को लेकर परामर्श देने वाली कंपनी एनरॉक ने एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में औसत कीमत लगभग 4,600 रुपए प्रति वर्गफुट बनी रही। नहीं बिक पाए घरों की संख्या इस दौरान छह फीसदी कम होकर 1,75,079 इकाइयों पर आ गई।
कंपनी ने कहा कि देश के सात प्रमुख शहरों में 2019 में बिक्री पांच फीसदी बढ़कर 2,61,370 इकाइयों पर पहुंच गई। हालांकि साल के पहले छह महीने की तुलना में अंतिम छह महीनों में बिक्री 22 फीसदी कम होकर 1,14,250 इकाइयों पर आ गई। एनरॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘तरलता का कायम संकट, उम्मीद से नरम उपभोक्ता धारणा तथा आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट के कारण 2019 के अंतिम छह महीनों में घरों की बिक्री पर असर पड़ा।''
रिपोर्ट के अनुसार, घरों की बिक्री मुंबई में सर्वाधिक 22 फीसदी बढ़ी और 80,870 इकाइयों पर पहंच गई। पुणे में बिक्री 18 फीसदी बढ़कर 40,790 इकाइयों पर पहुंच गई। चेन्नई में बिक्री में चार फीसदी की वृद्धि हुई। हालांकि 2019 में बेंगलुरू, कोलकाता और हैदराबाद में घरों की बिक्री में क्रमश: 12 फीसदी और 11-11 फीसदी की गिरावट आई।