Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Dec, 2018 02:19 PM
महंगे पेट्रोल-डीजल तथा बैंकों द्वारा वाहन ऋण पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी से नवंबर में घरेलू बाजार में कारों समेत यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट रही।
नई दिल्लीः महंगे पेट्रोल-डीजल तथा बैंकों द्वारा वाहन ऋण पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी से नवंबर में घरेलू बाजार में कारों समेत यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट रही। पिछले 5 महीनों में से चौथी बार देश में यात्री वाहनों की बिक्री घटी है। वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में कारों की बिक्री 0.91 प्रतिशत घटकर 1,79,783 इकाई रह गई। पिछले साल नवंबर में 1,81,435 कारें बिकी थीं। उपयोगी वाहनों की बिक्री भी नवंबर 2017 के 77,807 से 10.18 प्रतिशत घटकर 69,884 इकाई पर आ गई।
हालांकि, वैनों की बिक्री 0.83 प्रतिशत बढ़कर 16,333 इकाई पर पहुंच गई। इस प्रकार यात्री वाहनों की बिक्री 3.43 फीसदी घटकर 2,66,000 रही। यात्री वाहनों में कारें, उपयोगी वाहन और वैन शामिल हैं। सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने आंकड़े जारी करते हुए कहा ‘‘यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट की मुख्य वजह बाजार में ग्राहक धारणा का कमजोर रहना है। ब्याज दर और ईंधनों की कीमतें बढ़ रही हैं। बाजार में तरलता की कमी भी इसकी वजह रही है।’’
माथुर ने बताया कि इस बार त्योहारी मौसम भी वाहन उद्योग के लिए उतना अच्छा नहीं रहा जितना आम तौर पर होता है। इसके अलावा साल के अंतिम महीनों में डीलर तथा कंपनियां भी तैयार वाहनों का बेड़ा कम करने की कोशिश में हैं। दुपहिया वाहनों की श्रेणी में स्कूटरों की बिक्री 3.02 प्रतिशत बढ़कर 5,21,542 इकाई पर और मोटरसाइकिलों की 9.36 प्रतिशत बढ़कर 10,49,659 इकाई पर रही। मोपेडों की बिक्री भी 6.73 प्रतिशत के इजाफे के साथ 74,590 पर पहुंच गई।