Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Mar, 2018 12:10 PM
सऊदी अरब ने भारत से चिकन और अंडों के किसी भी किस्म के आयात को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया है। कर्नाटक के कुछ जिलों में अत्यधिक रोगजनक ''एवियन इन्फ्लूएंजा'' (पक्षियों के रोग) के प्रकोप की वजह से ऐसा किया गया है। कृषि एवं प्रसंस्करण खाद्य उत्पाद...
नई दिल्लीः सऊदी अरब ने भारत से चिकन और अंडों के किसी भी किस्म के आयात को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया है। कर्नाटक के कुछ जिलों में अत्यधिक रोगजनक 'एवियन इन्फ्लूएंजा' (पक्षियों के रोग) के प्रकोप की वजह से ऐसा किया गया है। कृषि एवं प्रसंस्करण खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने एक अधिसूचना में कहा है कि सऊदी अरब के पर्यावरण, जल और कृषि मंत्रालय ने एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप के कारण भारत से सभी जीवित पक्षियों, चूजों और अंडों (जिनमें चूजे हों) के आयात पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है।
हालांकि, भारत के सालाना आठ करोड़ डॉलर के पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में सऊदी अरब का योगदान केवल तीन प्रतिशत ही रहता है, लेकिन फिर भी निर्यातकों को अन्य आयातक देशों पर इसका असर पडऩे का डर सता रहा है। भारत के कुल पोल्ट्री निर्यात में ओमान 38 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे रहता है तथा इसके बाद मालदीव (9.3 प्रतिशत) और वियतनाम (7.6 प्रतिशत) का योगदान रहता है।
बार-बार होने वाले एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप की वजह से पिछले दो सालों में भारत के पोल्ट्री उत्पाद निर्यात में गिरावट आई है। दो साल से 10 करोड़ डॉलर के बेंचमार्क से ऊपर रहने के बाद, वित्त वर्ष 2016-17 में भारत का पोल्ट्री निर्यात घटकर 7.931 करोड़ डॉलर पर आ गया। अप्रैल और दिसंबर 2017 की अवधि में भी, भारत के पोल्ट्री उत्पादों के कुल निर्यात में कुछ गिरावट आई और यह 5.9 करोड़ डॉलर रहा। अप्रैल-दिसंबर 2017 के दौरान रुपये के रूप में इनका निर्यात 4.27 प्रतिशत तक गिरकर 3.81 अरब रुपये रह गया जो पिछले साल की इसी अवधि में 3.98 अरब रुपये था।