Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 May, 2019 11:03 AM
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को एक बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है। यह एक महीने के भीतर दूसरी बार है जब ब्याज दर के मोर्चे पर बैंक ने अपने करोड़ों ग्राहकों को राहत दी है।
नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को एक बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है। यह एक महीने के भीतर दूसरी बार है जब ब्याज दर के मोर्चे पर बैंक ने अपने करोड़ों ग्राहकों को राहत दी है।
कितना कम हुआ ब्याज दर
एसबीआई ने ब्याज दरों में 0.05 फीसदी की कटौती की घोषणा की है। इसके बाद एसबीआई की एक साल के कर्ज पर एमसीएलआर 8.50 फीसदी से घटकर 8.45 फीसदी हो गई है। यह कटौती हर अवधि के कर्ज पर ब्याज दर के संबंध में है। नई दर शुक्रवार से ही प्रभावी हो गई है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आप होम लोन लेने जा रहे हैं तो आपको पहले के मुकाबले 0.05 फीसदी सस्ते ब्याज दर पर मिलेगा। इसी तरह अगर आप वर्तमान में 8.50 फीसदी की ब्याज दर पर होम लोन की ईएमआई दे रहे हैं तो आपको इस पर 0.05 फीसदी की राहत मिलेगी।
1 महीने में दूसरी बार
यह एक महीने में दूसरी बार है जब बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है। बैंक ने बताया कि शुक्रवार को एमसीएलआर में की गई कटौती के बाद 10 अप्रैल, 2019 से अब तक होम लोन पर ब्याज दर में 0.15 फीसदी तक की कमी आई है। बता दें कि आरबीआई की अप्रैल में जारी मौद्रिक नीति के बाद भी एमसीएलआर में 0.05 फीसदी की कटौती की गई थी।
एफडी पर SBI की ब्याज दर
बीते 1 मई से SBI ने ब्याज दरों के नियमों में बदलाव किया है। नए नियम के तहत बैंक ने अपने लोन और डिपॉजिट रेट को सीधे RBI के रेपो रेट से जोड़ दिया है। दरअसल, अभी तक बैंक मार्जिनल कोस्ट ऑफ फंड बेस लेंडिंग रेट (MCLR) के आधार पर लोन का ब्याज दर तय होता आया है। हालांकि कई बार रेपो रेट में कटौती के बावजूद बैंक MCLR में कोई राहत नहीं देता था। आसान भाषा में समझें तो अब आरबीआई के रेपो रेट में बदलाव होने पर बैंक की जमा और लोन की दरों पर भी असर होगा।