Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Feb, 2019 11:03 AM
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जेट एयरवेज को दिए गए कर्ज की वसूली के लिए दिवाला कानून के तहत राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का दरवाजा खटखटाने पर विचार कर रहा है।
नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जेट एयरवेज को दिए गए कर्ज की वसूली के लिए दिवाला कानून के तहत राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का दरवाजा खटखटाने पर विचार कर रहा है। बैंक को लग रहा है कि विमानन कंपनी के पास परिचालन के लिए पूंजी खत्म हो रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी जेट एयरवेज के शेयरधारकों ने बृहस्पतिवार को एक असाधारण बैठक (ईजीएम) में कंपनी पर बकाया वित्तीय कर्जों को शेयरों में बदलने और कुछ अन्य प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। एसबीआई की अगुवाई में कई बैंकों ने मिल कर जेट एयरवेज को कर्ज दे रखा है। वित्तीय संकट से गुजर रही यह एयरलाइन कर्ज को शेयर में बदलने और पूंजी जुटाने की येाजना पर विचार कर रही है।
ऋणदाताओं और प्रमुख शेयरधारकों से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि स्टेट बैंक जेट एयरवेज के खिलाफ दिवाला कानून के तहत कार्रवाई शु रू करने के लिए एनसीएलटी में जाने पर विचार कर रहा है चूंकि कंपनी के पास परिचालन के लिए पैसे खत्म हो रहे हैं। दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता सहिंता (आईबीसी) के तहत ऋणदाता, कर्ज के बोझ से दबी कंपनी से बकाया वसूलने के लिए दिवाला प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए एनसीएलटी की मंजूरी की जरूरत होती है। एनसीएलटी की मंजूरी के बाद ही दिवाला प्रक्रिया शुरू हो सकती है। एसबीआई और जेट एयरवेज ने दिवाला प्रक्रिया से जुड़े सवालों का जवाब नहीं दिया है।
अधिकारियों ने कहा कि जेट एयरवेज की रणनीतिक भागीदार एतिहाद ने 21 फरवरी को आयोजित हुई असाधारण आम बैठक से खुद को अलग रखा। जेट एयरवेज में एतिहाद की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अधिकारियों के मुताबिक, एतिहाद वित्तपोषण पर स्थिति साफ हो जाने का इंतजार कर रही है। एसबीआई और राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष (एनआईआईएफ) शेयरों के आधार पर जेट एयरवेज को कुछ पूंजी देंगे। उन्होंने कहा कि एतिहाद एसबीआई और एनआईआईएफ को जेट एयरवेज में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने और 2,200 करोड़ रुपए का निवेश करने की वकालत कर रही है।
सूत्रों ने इससे पहले जानकारी दी थी कि कर्ज पुनर्गठन के बाद जेट एयरवेज को एतिहाद एयरवेज और राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष से 3,000 करोड़ रुपए का कोष मिल सकता है। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के एमडी सुनील मेहता ने शुक्रवार को कहा कि बैंकों का समूह जेट एयरवेज को 500 करोड़ रुपए के अंतरिम वित्तपोषण पर विचार कर रहा है लेकिन अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। पीएनबी जेट एयरवेज को लोन देने वाले बैंकों के समूह में शामिल है।