Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Apr, 2018 11:43 AM
सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) तथा पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) ने 15 खातों में फंसा 1,063 करोड़ रुपए का कर्ज बेचने की पेशकश की है। दोनों बैंकों ने कहा कि वह इस महीने की 20 तारीख को इस कर्ज की
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) तथा पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) ने 15 खातों में फंसा 1,063 करोड़ रुपए का कर्ज बेचने की पेशकश की है। दोनों बैंकों ने कहा कि वह इस महीने की 20 तारीख को इस कर्ज की ई-नीलामी करेंगे। एस.बी.आई. ने 848.54 करोड़ रुपए मूल्य के 12 खातों को बिक्री के लिए रखा है।
देश के सबसे बड़े बैंक एस.बी.आई. ने कहा कि वह ये लोन एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनियों/बैंकों/NBFC/ फाइनैंशल इंस्टीट्यूशंस को बेचेगा। इन खातों में सूरत की गार्डेन सिल्क मिल्स के ऊपर सर्वाधिक 225.06 करोड़ रुपए, कोरबा वेस्ट पावर कंपनी (गुडग़ांव) 124.78 करोड़ रुपए, मोडर्न स्टील्स (चंडीगढ़) 122.61 करोड़ रुपए तथा एसएनएस स्टार्च (सिकंदराबाद) 66.87 करोड़ रुपए शामिल हैं। अन्य एनपीए खाते लेटविंड श्रीराम मैनुफैक्चरिंग प्राइवेट लि. (64.95 करोड़ रुपए), यू निजुल्स लाइफ साइसेंस (59.25 करोड़ रुपए), स्कैनिया स्टील्स एंड पावर (42.42 करोड़ रुपए), केएसएम स्पाइनिंग मिल्स (40.42 करोड़ रुपए), मोडर्न डेयरीज (39.93 करोड़ रुपए), अस्मिता पेपर्स (37.23 करोड़ रुपए), फोरेल लैब्स (22.86 करोड़ रुपए) तथा जयपुर मेटल एंड इलेक्ट्रिकल्स (2.16 करोड़ रुपए) शामिल हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के सभी 21 बैंकों का सकल फंसा कर्ज 7.33 लाख करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गया। इसमें एस.बी.आई. का सर्वाधिक 2.01 लाख करोड़ रुपए फंसा कर्ज है। इसके बाद पी.एन.बी. का 55,200 करोड़ रुपए, आई.डी.बी.आई. बैंक का 44,542 करोड़ रुपए और यूनियन बैंक आफ इंडिया का 38,047 करोड़ रुपए का कर्ज फंसा है।