Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 02:34 PM
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में नौकरी की इच्छा रखने वालों की उम्मीदों को झटका लग सकता है। दरअसल बैंक ने हाल ही के महीनों में 5 अन्य स्टेट बैंक और भारतीय महिला बैंक के साथ विलय के बाद नई भर्तियां कम कर दी है और पुराने लोगों की भी छंटनी...
नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में नौकरी की इच्छा रखने वालों की उम्मीदों को झटका लग सकता है। दरअसल बैंक ने हाल ही के महीनों में 5 अन्य स्टेट बैंक और भारतीय महिला बैंक के साथ विलय के बाद नई भर्तियां कम कर दी है और पुराने लोगों की भी छंटनी शुरू कर दी है। वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही के दौरान बैंक ने 10,500 से ज्यादा लोगों की छंटनी की। बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मार्च 2017 के दौरान उसके कर्मचारियों की कुल संख्या 2,79,803 थी और सितंबर अंत में यह संख्या घटकर 2,69,219 रह गई है।
गौरतलब है कि पहली अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक के साथ स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और भारतीय महिला बैंक का विलय लागू हुआ है। विलय के बाद स्टेट बैंक की देशभर में कुल शाखाओं में 6,847 की बढ़ौतरी हुई है और इनकी संख्या बढ़कर 23,423 तक पहुंच गई है। स्टेट बैंक के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से सितंबर के दौरान 11,382 लोग सेवानिवृत हुए हैं, जबकि सिर्फ 798 लोगों की नई भर्ती हुई है।