Edited By Pardeep,Updated: 20 Apr, 2018 12:25 AM
एसबीआई रिसर्च ने तंत्र में 70 हजार करोड़ रुपए की कमी बताने के एक ही दिन बाद इससे पलटते हुए नकदी संकट को गुरुवार को सतही करार दिया। एसबीआई रिसर्च ने नई रिपोर्ट में नकदी संकट को हल्का बताने के लिए मार्च तिमाही में दिसंबर तिमाही की तुलना में एटीएम से...
मुंबई: एसबीआई रिसर्च ने तंत्र में 70 हजार करोड़ रुपए की कमी बताने के एक ही दिन बाद इससे पलटते हुए नकदी संकट को गुरुवार को सतही करार दिया। एसबीआई रिसर्च ने नई रिपोर्ट में नकदी संकट को हल्का बताने के लिए मार्च तिमाही में दिसंबर तिमाही की तुलना में एटीएम से निकासी में आई गिरावट को आधार बनाया है।
रिपोर्ट में रिजर्व बैंक के आंकड़ों के हवाले से कहा गया कि वित्त वर्ष 2017-18 के उत्तराद्र्ध में पूर्वाद्र्ध की तुलना में एटीएम से निकासी में 12.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तिमाही आधार पर देखने में एटीएम से निकासी में पहली तिमाही में 15.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.9 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में तीसरी तिमाही की तुलना में एटीएम से निकासी में 0.5 प्रतिशत की कमी अाई है।
रिपोर्ट में कहा गया,‘‘ चौथी तिमाही में एटीएम से निकासी में कमी एक सामान्य घटना है और इसे नकदी संकट से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। इससे हमारी इस धारणा को बल मिलता है कि मौजूदा नकदी संकट वास्तविक होने के बजाय सतही हो सकता है।’’ दिलचस्प है कि एसबीआई रिसर्च ने एक ही दिन पहले अपनी रिपोर्ट में कहा था कि प्रणाली में करीब 70 हजार करोड़ रुपये की नकदी की कमी है। एसबीआई रिसर्च ने सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा नकदी संकट की स्थिति से इंकार करने के बाद भी नकदी की कमी का दावा किया था।