Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Apr, 2019 04:29 PM
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ब्याज दरों को लेकर एक मई से नए नियम लागू होने जा रहे हैं। नए नियमों का असर एसबीआई के 40 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों पर पड़ने की उम्मीद है। आइए जानें कैसे होगा इस नियम का असर
बिजनेस डेस्कः देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ब्याज दरों को लेकर एक मई से नए नियम लागू होने जा रहे हैं। नए नियमों का असर एसबीआई के 40 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों पर पड़ने की उम्मीद है। आइए जानें कैसे होगा इस नियम का असर..
दरअसल, एसबीआई ने अपने डिपॉजिट और लोन की ब्याज दरें RBI की बेंचमार्क दर से जोड़ दिया हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के रेपो रेट में बदलाव होने पर बैंक की जमा और लोन की दरों पर भी असर होगा।
हालांकि 1 लाख रुपए से ज्यादा के जमा और लोन की ब्याज दरों पर ही यह नियम लागू होंगे। यह नई व्यवस्था 1 मई से लागू होने वाली है। इस नए नियम के लागू होने के बाद ग्राहकों को पहले की तुलना में बचत खाते पर कम ब्याज मिलेगा। इसका असर एसबीआई के करीब 95 फीसदी ग्राहकों पर पड़ने का अनुमान है।
नए नियम के लागू होने के बाद SBI के ग्राहकों को 1 लाख रुपए तक रखने पर पहले की तरह 3.5 फीसदी का ब्याज मिलेगा जबकि खाते में एक लाख रुपए से अधिक की रकम रहने पर बचत खाते पर 3.25 फीसदी ब्याज मिलेगा।
बता दें कि RBI की ओर से हाल ही में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की गई थी। इसके बाद एसबीआई समेत कई बैंकों ने होम लोन और ऑटो लोन की ब्याज दरों में कटौती की है। एसबीआई ने लोन की ब्याज दरों में 0.05 फीसदी की मामूली कटौती की है।
संशोधित दर वाले 30 लाख रुपए तक के होम लोन पर भी एसबीआई ने ब्याज दर में 0.10 फीसदी की कटौती की है। इसके साथ अब 30 लाख रुपए से कम के होम लोन पर नई ब्याज दर 8.60 से 8.90 फीसदी होगी जो अभी तक 8.70 से 9 फीसदी है।