Edited By vasudha,Updated: 16 Mar, 2020 11:56 AM
: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने सोमवार को कहा कि संकटग्रस्त येस बैंक में किया गया निवेश वित्तीय प्रणाली में स्थिरता लाने के लिये है। उन्होंने कहा कि यह निवेश से आय के सिद्धांत पर आधारित नहीं है...
बिजनेस डेस्क: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई ) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने सोमवार को कहा कि संकटग्रस्त येस बैंक में किया गया निवेश वित्तीय प्रणाली में स्थिरता लाने के लिये है। उन्होंने कहा कि यह निवेश से आय के सिद्धांत पर आधारित नहीं है। कुमार ने एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराये जाने के समारोह में संवाददाताओं से कहा कि एसबीआई तथा अन्य बैंकों के निर्णय एक साथ आ रहे हैं, और ये निवेश अथवा पूंजी से आय के सिद्धांत पर आधारित नहीं हैं।
एसबीआई के चेयरमैन के अनुसार इन सब का उद्देश्य वित्तीय प्रणाली में स्थिरता लाना है। एसबीआई ने येस बैंक में 6,050 करोड़ रुपये का निवेश किया है। आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी लिमिटेड, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बंधन बैंक, फेडरल बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट ने भी एसबीआई का साथ देते हुए येस बैंक में निवेश किया है।
प्राइवेट बैंक में निवेश करने वाले निवेशकों के सामने यह शर्त रखी गई है कि उन्हें बैंक में अपने कुल निवेश की 75 फीसदी राशि को लॉक-इन पीरियड में रखना होगा। मतलब अगर आपने यस बैंक के 100 से अधिक शेयर खरीदे तो इनमें से 75 फीसदी हिस्सेदारी को 3 साल के लिए लॉक इन कर दिया जाएगा। यानी तीन साल तक आप ये शेयर नहीं बेच सकेंगे।