Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Sep, 2018 05:02 PM
बाजार नियामक सेबी ने म्यूचुअल फंड कंपनियों को इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस और दीवान हाउसिंग फाइनेंस में मौजूदा निवेश को बढ़ाने के खिलाफ कोई परामर्श (एडवाइजरी) जारी नहीं किया है।
नई दिल्लीः बाजार नियामक सेबी ने म्यूचुअल फंड कंपनियों को इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस और दीवान हाउसिंग फाइनेंस में मौजूदा निवेश को बढ़ाने के खिलाफ कोई परामर्श (एडवाइजरी) जारी नहीं किया है। सेबी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। नियामक ने बयान में कहा, 'मीडिया के कुछ हल्कों से आ रही खबरों में कहा गया है कि सेबी ने म्यूचुअल फंड कंपनियों से इंडियाबुल्स और दीवान हाउसिंग फाइनेंस में निवेश नहीं बढ़ाने की सलाह दी है। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि सेबी ने इस तरह का कोई परामर्श जारी नहीं किया है।'
सूत्रों के मुताबिक, सेबी की ओर से यह स्पष्टीकरण तरलता संकट की चिंताओं के बीच म्यूचुअल फंड कंपनियों से सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में उनके निवेश का ब्योरा मांगने के बाद आया। हाल ही में आईएलएंडएफएस समूह द्वारा ऋण में चूक करने के बाद एनबीएफसी और हाउसिंग कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी।
नियामकीय और उद्योग सूत्रों ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने म्यूचुअल फंड कंपनियों से एनबीएफसी और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में अपने निवेश के बारे में विवरण देने के लिए पत्र जारी किया है। इनमें डीएचएफएल और इंडियाबुल्स फाइनेंस समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं। म्यूचुअल फंड कंपनियों कुछ हाउसिंग फाइनेंस और एनबीएफसी कंपनियों में महत्वपूर्ण रूप से निवेश करती हैं। इसमें उनकी ऋण प्रतिभूतियां भी शामिल हैं। गुरुवार को एनबीएफसी तथा आवास वित्त कंपनियों के शेयर 8.5 फीसदी तक टूट गए। बंबई शेयर बाजार में डीएचएफएल का शेयर करीब 5 फीसदी टूटकर 290.15 रुपए पर आ गया। वहीं इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस का शेयर 6 फीसदी से अधिक नुकसान के साथ 937.20 रुपए रह गया।