Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Mar, 2019 03:37 PM
मार्च के आखिरी हफ्ते के पहले ही दिन सोमवार को बाजार में हाहाकार मचा हुआ है। सेंसेक्स 355.70 अंकों की गिरावट के साथ 37,808.91 जबकि निफ्टी 102.65 अंकों की गिरावट के साथ 11,354.25 पर बंद हुआ।
बिजनेस डेस्कः मार्च के आखिरी हफ्ते के पहले ही दिन सोमवार को बाजार में हाहाकार मचा हुआ है। सेंसेक्स 355.70 अंकों की गिरावट के साथ 37,808.91 जबकि निफ्टी 102.65 अंकों की गिरावट के साथ 11,354.25 पर बंद हुआ। इससे पहले शेयर बाजार की शुरूआत गिरावट के साथ हुई।
मार्केट खुलने के बाद सेंसेक्स 400 अंक गिरकर 37,746.90 के स्तर तक फिसल गया। वहीं निफ्टी भी 123 अंक से नीचे ट्रेड कर रहा है, यह 11,334.05 के स्तर तक गिर गया। भारत के साथ-साथ विदेशी बाजारों की स्थिति भी अच्छी नहीं।
वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में कारोबार के दौरान हॉन्ग कॉन्ग का हैंग सेंग दो प्रतिशत, जापान का निक्की 3.14 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.37 प्रतिशत, सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स 1.39 प्रतिशत और ताईवान का शेयर बाजार 1.48 प्रतिशत की गिरावट में चल रहा था। सभी जगहों की मार्केट क्रैश होने के अलग-अलग कारण सामने आ रहे हैं।
ब्रेक्जिट पर संशय
इसमें पहला कारण ब्रेक्जिट समझौते को लेकर स्थिति का साफ न होना है। दो बार असफल होने के बाद ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टरीजा मे तीसरी कोशिश करने वाली हैं जिससे इसे संसद में पास करवाया जा सके। मार्केट को डर है कि अब आगे क्या होगा। सांसद दो बार इस समझौते को रद्द कर चुके हैं। कोई सौदा नहीं होने की सूरत में ब्रिटेन 12 अप्रैल को यूरोपीय संघ से बाहर हो जाएगा।
वैश्विक मंदी का डर
सोमवार को बिकवाली की 'आंधी' की वजह से अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज की हालत पस्त हो गई। 3 जनवरी के बाद उन्होंने पहली बार एक दिन में इतना नुकसान देखा था। दरअसल, पिछले दिनों यूएस फेडरल रिजर्व ने आंकड़े जारी किए थे। इनके मुताबिक, लॉन्ग टर्म की ब्याज दर शॉर्ट टर्म रेट्स से कम बैठ रही थी। इससे लोगों को मंदी का डर सताने लगा और बिकवाली हुई।
रुपए का टूटना
भारतीय रुपया सोमवार को 21 पैसे तक टूट गया। इससे पहले यह शुक्रवार को यूएस डॉलर के मुकाबले 12 पैसे कमजोर हुआ था। हालांकि, रुपया इमर्जिंग मार्केट की बेस्ट करंसी है लेकिन गिरावट ने निवेशकों का भरोसा डगमगाया है।