Edited By Pardeep,Updated: 07 Mar, 2022 03:13 AM
अंतररष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने रविवार को कहा कि यूक्रेन में चल रही लड़ाई और उसको लेकर रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का विश्व अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। मुद्रा कोष ने एक बयान में कहा,‘‘हम उभरती स्थिति का लगातार आकलन कर रहे हैं और अपने सदस्य...
नई दिल्लीः अंतररष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने रविवार को कहा कि यूक्रेन में चल रही लड़ाई और उसको लेकर रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का विश्व अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। मुद्रा कोष ने एक बयान में कहा,‘‘हम उभरती स्थिति का लगातार आकलन कर रहे हैं और अपने सदस्य देशों को समय से नीतिगत सलाह, वित्तीय और तकनीकी सहायता दे रहे हैं।‘‘
आईएमएफ की प्रबंध निदेशिका क्रिस्तालिना जॉर्जीएवा की अध्यक्षता में इस वैश्विक वित्तीय संगठन के कार्यकारी निदेशक मंडल की वॉशिंगटन में हुई एक बैठक में जारी बयान में कहा गया है कि यूक्रेन में युद्ध से लोगों की जिंदगी जा रही है और लोग पीड़ति हो रहे हैं। यूक्रेन में बुनियादी ढांचों को भारी नुकसान हो रहा है। वहां के दस लाख से अधिक लोग शरणार्थी बनकर अन्य देशों में चले गए हैं और रूस के खिलाफ अभूतपूर्व आर्थिक प्रतिबंध घोषित किए जा चुके हैं।
मुद्रा कोष के बयान में कहा गया है,‘‘स्थिति बहुत तेजी से बदल रही है और भविष्य के बारे में असाधारण अनिश्चितता है। इसके आर्थिक प्रभाव पहले ही बहुत गंभीर हो चुके हैं। खनिज ईंधन और अन्य वस्तुओं की कीमतें जिनमें गेंहू और अन्य अनाज हैं, उछाल पर हैं। इससे मुद्रा स्थिति का दबाव और बढ़ रहा है। मुद्रा स्फीति कोविड-19 महामारी के कारण आपूर्ति श्रृंखला के टूटने से और महामारी के बाद मांग में सुधार से पहले ही ऊंची हो गई थी।‘‘
बयान में कहा गया है,‘‘महंगाई का झटका पूरी दुनिया को लगेगा। गरीब परिवार जिनकी आय का ज्यादातर पैसा भोजन और ईंधन पर चला जाता है, वे इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।‘' यह बैठक चार मार्च को ही थी। इसमें अधिकारियों ने यूक्रेन में उभरी स्थिति के आर्थिक परिणामों के आकलन प्रस्तुत किए थे।