Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Dec, 2018 06:18 PM
टीएचडीसीआईएल, टीसीआईएल और रेलटेल सहित छह सार्वजनिक उपक्रम आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाएंगे। वहीं केआईओसीआईएल अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) लेकर आएगी। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को
नई दिल्लीः टीएचडीसीआईएल, टीसीआईएल और रेलटेल सहित छह सार्वजनिक उपक्रम आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाएंगे। वहीं केआईओसीआईएल अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) लेकर आएगी। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिमंडल की आॢथक मामलों की समिति (सीसीईए) ने सात सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई) को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कराने की अनुमति दे दी है।
इन कंपनियों का IPO आएगा
सीसीईए की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में छह सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा आईपीओ लाने की मंजूरी दी गई। एक सार्वजनिक उपक्रम के एफपीओ की अनुमति दी गई है। जिन छह कंपनियों के आईपीओ आने हैं उनमें टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स (इंडिया) लि. (टीसीआईएल), रेलटेल कॉरपोरेशन इंडिया लि., नेशनल सीड कॉरपोरेशन इंडिया लि. (एनएससी), टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लि. (टीएचडीसीआईएल), वॉटर एंड पावर कंसल्टेंसी र्सिवसेज (इंडिया) लि. (वैपकॉस) और एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स (इंडिया) लि. (एफएजीएमआईएल) शामिल हैं। वहीं कुद्रेमुख आयरन ओर कंपनी (केआईओसीएल) एफपीओ लेकर आएगी। प्रसाद ने कहा कि इन सार्वजनिक उपक्रमों की सूचीबद्धता से उनकी क्षमता और मूल्य को दोहन करने में मदद मिलेगी।
क्या है IPO
दरअसल, जब कंपनियां अपने विस्तार के लिए फंड की जरुरत होती है तो कंपनियां इनिशल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लेकर आती हैं। इसके लिए कंपनियां अपने शेयर जारी करती हैं और लोगों को इसमें निवेश के लिए आमंत्रित करती हैं। शेयर बाजार में इसे पहला इन्विटेशन कहा जाता है, इसीलिए इसे IPO कहा जाता है। जब कोई व्यक्ति इन शेयर्स को खरीदना है तो कंपनी उसे शेयर के बराबर ओनरशिप देती है। भारत में आईपीओ की पूरी प्रक्रिया बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के द्वारा की जाती है।