Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Nov, 2018 02:53 PM
चैनल के प्रसारण की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सोनी और टाटा स्काई के बीच टकराव जारी है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
नई दिल्लीः चैनल के प्रसारण की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सोनी और टाटा स्काई के बीच टकराव जारी है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। बता दें बीते दिनों सोनी चैनल को अपने मोस्ट फेवरेट शो 'कौन बनेगा करोड़पति' सीजन का पहला करोड़ रुपये का विजेता मिला गया। जैसे ही यह खबर आमजन तक पहुंची अचानक सोनी चैनल पर इस एपिसोड की डिमांड काफी बढ़ गई। मगर ब्रॉडकास्टर ने चैनल के एपिसोड को बढ़ावा देने कि बजाय इसे ऑनएयर करने से ही मना कर दिया।
जबकि, करोड़पति की घोषणा के बाद 'कौन बनेगा करोड़पति' शो के दर्शकों की संख्या में तेज उछाल आया था। अगर ब्रॉडकास्टर इस शो को ऑनएयर कर देते तो यह पूरी उम्मीद थी कि इसका बड़ा फायदा उन्हे भी न मिला लेकिन ये गलत है।
1 अक्टूबर को, डायरेक्ट-टू-होम सेवा प्रदाता टाटा स्काई ने ब्रॉडकास्टर के साथ मतभेदों पर सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया द्वारा वितरित सभी चैनलों को हटा दिया। केबीसी के प्रसारण पर लगी रोक के बाद लोगों ने टाटा स्काई छोड़ कर सोशल मीडिया का सहारा ले लिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें इंटरकनेक्टिविटी के लिए पहले टाटा स्काई अपने ग्राहकों के साथ 850 करोड़ रुपए पर कॉन्ट्रेक्ट साइन करता था लेकिन अब इसकी कीमत लगभग 1,700 करोड़ रुपए की हो चुकी है। टाटा स्काई में डीटीएच के अपने 32 चैनल हैं जो लोगों के मनोंजन काम करते हैं। यह संख्या श्याद 10 मिलियन से बढ़कर 16 मिलियन हो गया है। सोनी के एक अधिकारी का कहना है, इसलिए इस सब कुछ को ध्यान में रखकर दर में वृद्धि की जाती है।
30 जून, 2018 तक, टाटा स्काई ने भारत के दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार डीटीएच अंतरिक्ष में 27% बाजार हिस्सेदारी को अपनाया। फिलहाल, टाटा स्काई कंपनी सोनी को कम पैसो में प्रसारण का मौका नहीं देना चाहती।