Edited By Isha,Updated: 22 Dec, 2018 11:01 AM
कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि चालू रबी सत्र में अभी तक 253.52 लाख हेक्टेयर में गेहूं फसल बोई गई है, जो पिछले साल की तुलना में मामूली कम है। गेहूं के अलावा, चावल, दलहन, मोटे अनाज और तिलहन जैसे अन्य रबी फसलों की बुवाई भी पिछले साल की समान अव
नई दिल्लीः कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि चालू रबी सत्र में अभी तक 253.52 लाख हेक्टेयर में गेहूं फसल बोई गई है, जो पिछले साल की तुलना में मामूली कम है। गेहूं के अलावा, चावल, दलहन, मोटे अनाज और तिलहन जैसे अन्य रबी फसलों की बुवाई भी पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले कम रकबे में हुई है। रबी फसलों की बुवाई अक्टूबर से शुरू होती है और मार्च से इनकी कटाई शुरू होती है।
गेहूं इस मौसम की मुख्य फसल है। मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई के नये आंकड़ों के अनुसार, फसल वर्ष 2018-19 (जुलाई-जून) के रबी सत्र में अभी तक गेहूं खेती का रकबा मामूली कम यानी 253.52 लाख हेक्टेयर रहा है। पिछले सत्र की इसी अवधि में यह रकबा 257.47 लाख हेक्टेयर था। उत्तर प्रदेश में 84.08 लाख हेक्टेयर में गेहूं फसल बोया गया, जबकि चालू रबी मौसम में मध्य प्रदेश में 47.94 लाख हेक्टेयर, पंजाब में 34.69 लाख हेक्टेयर, हरियाणा में 24.04 लाख हेक्टेयर और राजस्थान में 24.61 लाख हेक्टेयर गेहूं बोया गया। रबी सत्र में अभी तक चना और मूंग जैसी दलहन फसलें भी कम रकबे में बोई गयी हैं। इनका रकबा 136.25 लाख हेक्टेयर रहा जो पिछले साल की समान अवधि में 143.40 लाख हेक्टेयर था।
तिलहन खेती का रकबा पहले के 72.94 लाख हेक्टेयर के मुकाबले इस बार 72.53 लाख हेक्टेयर पर लगभग स्थिर रहा, जबकि मोटे अनाज की खेती का रकबा घटकर 40.26 लाख हेक्टेयर रह गया जो पिछले साल इसी अवधि में 48.72 लाख हेक्टेयर था। चालू रबी मौसम में अभी तक धान खेती का रकबा कम यानी 9.98 लाख हेक्टेयर ही है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 14.58 लाख हेक्टेयर था। मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि सभी रबी फसलों के तहत बोया गया कुल रकबा 512.53 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल की समान अवधि के 537.12 लाख हेक्टेयर से कम है।