Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jul, 2019 01:20 PM
देशभर में खरीफ फसलों की बुवाई चालू सीजन में पिछले साल से तकरीबन 9 फीसदी पिछड़ी हुई है। देशभर में अब तक 413.34 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई हुई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान खरीफ फसलों का रकबा 452.30 लाख हेक्टेयर था।
नई दिल्लीः देशभर में खरीफ फसलों की बुवाई चालू सीजन में पिछले साल से तकरीबन 9 फीसदी पिछड़ी हुई है। देशभर में अब तक 413.34 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई हुई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान खरीफ फसलों का रकबा 452.30 लाख हेक्टेयर था। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय शुक्रवार को जारी खरीफ फसलों की बुवाई के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 413.34 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी है, जो कि पिछले साल के आंकड़ों से 38.96 लाख हेक्टेयर यानी 8.61 फीसदी कम है।
खरीफ सीजन की सबसे प्रमुख फसल धान की बुवाई देशभर में अब तक सिर्फ 97.77 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले साल अब तक धान का रकबा 109.88 हेक्टेयर हो चुका था। इस प्रकार धान का रकबा पिछले साल से 12.10 लाख हेक्टेयर घटा हुआ है। देशभर में दलहनों की बुवाई 34.22 लाख हेक्टेयर में हो पाई है, जबकि पिछले साल अब तक दलहनों का रकबा 45.73 लाख हेक्टेयर हो चुका था।
ताजा आंकड़ों के अनुसार, तिलहनों का रकबा पिछले साल के 83.78 लाख हेक्टेयर के मुकाबले इस साल 75.68 लाख हेक्टेयर है। वहीं, मोटे अनाजों का रकबा इस साल अब तक 71.17 लाख हेक्टेयर है जबकि पिछले साल यह 76.22 लाख हेक्टेयर था।
गन्ना का रकबा भी पिछले साल से पिछड़ा हुआ है। पिछले साल गन्ने की फसल 52.04 लाख हेक्टेयर में लग चुकी थी वहां इस साल 49.98 लाख हेक्टेयर में लगी है। हालांकि कपास का रकबा पिछले साल से थोड़ा अधिक है। पिछले साल जहां कपास का रकबा 77.50 लाख हेक्टेयर था वहां इस साल 77.71 लाख हेक्टेयर है।
कपास को छोड़कर बाकी सभी फसलों की बुवाई पिछले साल के मुकाबले सुस्त चल रही है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो इस साल मानसून देर से आने के कारण खरीफ फसलों की बुवाई की रफ्तार सुस्त चल रही है।