Edited By Supreet Kaur,Updated: 03 Oct, 2019 02:28 PM
वित्तीय लेन-देन और आईडी प्रूफ के तौर पर स्वीकार किया जाने वाला पैन कार्ड एक अहम दस्तावेज है। मौजूदा समय में इनकम टैक्स भरने से लेकर बड़ी खरीदारी या ट्रांजेक्शन करने, डीमैट अकाउंट खुलवाने, प्रॉपर्टी खरीदने आदि में पैन कार्ड की जरूरत पड़ती है.....
बिजनेस डेस्कः वित्तीय लेन-देन और आईडी प्रूफ के तौर पर स्वीकार किया जाने वाला पैन कार्ड एक अहम दस्तावेज है। मौजूदा समय में इनकम टैक्स भरने से लेकर बड़ी खरीदारी या ट्रांजेक्शन करने, डीमैट अकाउंट खुलवाने, प्रॉपर्टी खरीदने आदि में पैन कार्ड की जरूरत पड़ती है। अगर आपके पास पैन कार्ड है आपने भी देखा होगा कि आपकी जन्मतिथि के ठीक नीचे 10 डिजिट लिखे होते हैं जिनमें नंबर और एल्फाबेट दोनों शामिल होते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इनका मतलब क्या होता है? अगर नहीं तो आज आपको बताने की कोशिश करेंगे कि इनका मतलब क्या होता है।
ध्यान से समझें इन नंबरों को
अगर आप भी पैन कार्ड धारक हैं, तो जरा अपना पैन कार्ड गौर से देखिए। पैन कार्ड एक 10 अंकों का अल्फा न्यूमैरिक नंबर होता है यानी इसमें अंग्रेजी अल्फाबेट्स के साथ डिजिट्स भी रहते हैं। पैन के पहले 3 डिजिट्स हमेशा अंग्रेजी अल्फाबेट होते हैं। ये शुरुआती डिजिट्स इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की AAA से ZZZ तक चल रही सीरीज के हिसाब से अलॉट होते हैं। इसके बाद चौथी डिजिट भी एक अंग्रेजी अल्फाबेट होता है, जो पैनकार्ड धारक का स्टेटस शो करता है। किस अल्फाबेट से क्या स्टेटस शो होता है, यह इनफॉरमेशन इस तरह है-
P- एकल व्यक्ति
F- फर्म
C- कंपनी
A- AOP (एसोसिएशन ऑफ पर्सन)
T- ट्रस्ट
H- HUF (हिन्दू अनडिवाइडेड फैमिली)
B- BOI (बॉडी ऑफ इंडिविजुअल)
L- लोकल
J- आर्टिफिशियल जुडिशियल पर्सन
G- गवर्नमेंट के लिए होता है
5वीं डिजिट बताती है सरनेम
5वीं डिजिट भी एक अंग्रेजी अल्फाबेट होता है। यह कार्ड होल्डर के पर्सन होने की स्थिति में उसका सरनेम दर्शाता है। वहीं अन्य मामलों में एंटिटी का नाम दर्शाता है।
6ठी से 9वीं डिजिट
6ठी से 9वीं डिजिट न्यूमैरिक्स यानी संख्या होती हैं। यह भी 0001 से 9999 तक चल रही सीरीज के तहत अलॉट होते हैं।
आखिरी डिजिट
आखिरी डिजिट एक अंग्रेजी अल्फाबेट चेक डिजिट होती है। इसके लिए डिपार्टमेंट एक फॉर्मूले का इस्तेमाल करता है।