Edited By Supreet Kaur,Updated: 25 Sep, 2018 12:44 PM
देश के चार बड़े हवाई अड्डों पर समय पर उड़ान भरने के मामले में अगस्त में किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट अव्वल रही। वहीं, यात्रियों की सबसे ज्यादा शिकायतें एयर ओडिशा और एयर डेक्कन के खिलाफ आई। नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा जारी आंकड़ों ...........
नई दिल्लीः देश के चार बड़े हवाई अड्डों पर समय पर उड़ान भरने के मामले में अगस्त में किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट अव्वल रही। वहीं, यात्रियों की सबसे ज्यादा शिकायतें एयर ओडिशा और एयर डेक्कन के खिलाफ आई। नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु हवाई अड्डों पर स्पाइसजेट की 87.4 फीसदी उड़ानें समय पर रवाना हुईं।
इंडिगो और गो एयर की 87.2 फीसदी तथा विस्तारा की 83.6 फीसदी उड़ानें समय पर रवाना हुईं। इस मामले में सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। उसकी 75.3 फीसदी उड़ानें ही समय पर जा सकीं। तय समय से 15 मिनट के भीतर रवाना होने पर उड़ान को समय पर माना जाता है। यात्रियों की शिकायत के मामले में एयर ओडिशा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। प्रति एक लाख यात्री उसके खिलाफ 362 शिकायतें आई। इस मामले में राष्ट्रीय औसत 5.9 शिकायत प्रति लाख यात्री का रहा।
प्रति एक लाख यात्री एयर डेक्कन के खिलाफ 218 शिकायतें, एयर इंडिया के खिलाफ 16, जेट एयरवेज तथा जेट लाइट के खिलाफ 12, ट्रूजेट के खिलाफ छह, गोएयर के खिलाफ चार, इंडिगो के खिलाफ तीन, स्पाइसजेट के खिलाफ दो और एयर एशिया तथा विस्तारा के खिलाफ एक-एक शिकायत मिली। अगस्त में यात्रियों की सबसे ज्यादा शिकायत बैगेज को लेकर रही। कुल शिकायतों में 28 फीसदी बैगेज को लेकर थी। इसके अलावा 27.8 फीसदी शिकायतें उड़ान की समस्या के बारे में, 24.7 फीसदी ग्राहक सेवा को लेकर, 6.6 फीसदी कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर और 2.8 फीसदी रिफंड को लेकर रही।
देश के कुछ हिस्सों में बारिश तथा बाढ़ के कारण अगस्त में बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। जूम एयर की सभी उड़ानें रद्द रहीं। एयर ओडिशा की 66 फीसदी और एयर डेक्कन की पांच फीसदी उड़ानें रद्द रहीं। ट्रूजेट की भी 4.44 फीसदी उड़ानें रद्द रहीं। विमान रद्द होने का राष्ट्रीय औसत 2.27 फीसदी रहा। बड़ी विमान सेवा कंपनियों में एयर इंडिया की सबसे ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं। उसकी 3.17 फीसदी उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इंडिगो की 2.52 फीसदी, जेट लाइट की 2.48 फीसदी, जेट एयरवेज की 0.69 फीसदी, एयर एशिया की 0.56 फीसदी, स्पाइसजेट की 0.47 फीसदी, विस्तारा की 0.42 फीसदी और गोएयर की 0.30 फीसदी उड़ानें रद्द हुईं।