Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 09:37 AM
आने वाले बजट से स्टार्टअप्स को भी बहुत उम्मीदें हैं। स्टार्टअप्स क्या चाहते हैं आइए जानते हैं। स्टार्टअप्स का कहना है कि जी.एस.टी. को लेकर बहुत कंफ्यूजन है। जी.एस.टी. लगने से सामान महंगा हो जाता है, सरकार को टैक्स कम करना चाहिए।
जालंधरः आने वाले बजट से स्टार्टअप्स को भी बहुत उम्मीदें हैं। स्टार्टअप्स क्या चाहते हैं आइए जानते हैं। स्टार्टअप्स का कहना है कि जी.एस.टी. को लेकर बहुत कंफ्यूजन है। जी.एस.टी. लगने से सामान महंगा हो जाता है, सरकार को टैक्स कम करना चाहिए।
स्टार्टअप इंडिया में अभी कई दिक्कतें
स्टार्टअप इंडिया में अभी कई दिक्कतें हैं। देश की आई.टी. कम्पनियां यहां निवेश नहीं करतीं। विदेशी कम्पनियों का स्टार्टअप में निवेश ज्यादा है। छोटे इंसैंटिव्स देने से इकोनॉमिक ग्रोथ संभव नहीं। आई.टी. कम्पनियों के स्टार्टअप में निवेश से तरक्की होगी।
सरकार अपनी योजनाओं को साफ करे
मेक इन इंडिया से भी स्टार्टअप्स को मदद नहीं मिल रही है। सरकार को इंपोर्ट की प्रक्रिया आसान करनी चाहिए। स्टार्टअप के लिए पनैल्टी भरना बहुत भारी पड़ता है। सरकार को स्टार्टअप्स पर अपनी योजनाओं को साफ करना चाहिए।