Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jun, 2021 06:09 PM
मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमटीएआई) ने कहा है कि राज्यों को चिकित्सा उपकरणों और अन्य उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप से बचना चाहिए। एमटीएआई ने कहा कि इस बारे में फैसला सिर्फ राष्ट्रीय औषधि मूल्य नियामक को ही लेना...
नई दिल्लीः मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमटीएआई) ने कहा है कि राज्यों को चिकित्सा उपकरणों और अन्य उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप से बचना चाहिए। एमटीएआई ने कहा कि इस बारे में फैसला सिर्फ राष्ट्रीय औषधि मूल्य नियामक को ही लेना चाहिए। एमटीएआई शोध आधारित चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन है।
एमटीएआई के चेयरमैन एवं महानिदेशक पवन चौधरी ने बयान में कहा कि विभिन्न राज्यों द्वारा कोविड-19 के आवश्यक सामान मसलन पीपीई किट और एन95 मास्क की कीमतों को नियंत्रित करने के आदेश से आपूर्ति संबंधी दिक्क्तें आ सकती हैं। चौधरी ने कहा, "हम महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। सरकार और उद्योग मिलकर इस स्थिति से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है। ऐसे समय में उद्योग से चर्चा के बिना कोई निर्णय लेने से असमंजस की स्थिति पैदा होगी।''
उन्होंने कहा कि केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र ने अलग-अलग समय में कीमतें तय की हैं। इसके कोई उत्पाद देश में भिन्न-भिन्न कीमतों पर बिकने का जोखिम पैदा हो गया है।