Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Apr, 2020 12:01 PM
कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर सावधानियां बरत रही हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। इसके साथ ही सिर्फ जरूरी सेवाओं में कान करने वाले
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर सावधानियां बरत रही हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। इसके साथ ही सिर्फ जरूरी सेवाओं में कान करने वाले लोगों को ही घर से बाहर निकलने की परमिशन है। कोरोनो को हराने के लिए पश्चिम बंगाल में पेट्रोल पंपों के संगठनों ने राज्यभर ‘मास्क नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ (No mask no oil) की व्यवस्था लागू कर दी है।
बिना मास्क के नहीं मिलेगा पेट्रोल
ऐसे में जो लोग मास्क नहीं पहने होंगे, उन्हें पेट्रोल या डीजल की बिक्री नहीं की जाएगी। लोगों के बीच कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए यह व्यवस्था की गई है। पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव एस. कोले ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के लिए उन मोटरसाइकिल परिचालकों और ड्राइवरों को पेट्रोल-डीजल नहीं बेचने का निर्णय किया गया है जो मास्क नहीं पहनें होंगे।
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मिल रही है अच्छी प्रतिक्रिया
उन्होंने कहा कि कई लोग पेट्रोल पंपों पर बिना मास्क के आ रहे हैं लेकिन इस निर्णय के बारे में बताने पर वह अपनी जेब से मास्क निकालकर पहन रहे हैं। फिलहाल अभी तक इसकी प्रतिक्रिया सही है और जिनके पास मास्क नहीं हैं, उन्हें वापस भेज दिया जा रहा है। एसोसिएशन में इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम के करीब 2,000 पेट्रोल पंप शामिल हैं। इंडियन ऑयल के प्रवक्ता ने इसे एक स्वागत योग्य कदम बताया।
इससे पहले भी लागू हो चुके हैं कई नियम
इससे पहले यातायात नियमों का सख्त पालन कराने के लिए भी इस तरह के कई प्रयास किए जाते रहे हैं। हाल में दिल्ली से सटे नोएडा में स्थानीय प्रशासन ने दोपहिया वाहन चालकों के बीच हेलमेट पहनने को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए ‘हेलमेट नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ का अभियान चलाया है। वहीं देश के अलग-अलग शहरों में पहले भी ‘सीट बेल्ट नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ जैसे अभियान चलाए जाते रहे हैं।