Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 May, 2018 01:01 PM
बीते सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के थोक चीनी बाजार में चीनी कीमतों में कमजोरी का रुख रहा। रिकॉर्ड उत्पादन के कारण भारी मात्रा में स्टॉक जमा होने के बीच मिलों की निरंतर आपूर्ति से चीनी कीमतों में 80 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट आई।
नई दिल्लीः बीते सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के थोक चीनी बाजार में चीनी कीमतों में कमजोरी का रुख रहा। रिकॉर्ड उत्पादन के कारण भारी मात्रा में स्टॉक जमा होने के बीच मिलों की निरंतर आपूर्ति से चीनी कीमतों में 80 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि चालू विपणन सत्र में रिकॉर्ड उत्पादन होने के बीच चीनी मिलों की निरंतर आपूर्ति के मुकाबले शीतलपेय और आइसक्रीम निर्माता कंपनियों जैसे थोक उपभोक्ताओं और स्टॉकिस्टों के उठाव में कमी आने की वजह से चीनी कीमतों में गिरावट आई।
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के अनुसार चालू सत्र (जो सितंबर में समाप्त होगा) चीनी उत्पादन बढ़कर सर्वकालिक उच्च रिकॉर्ड स्तर यानी 3.15 से 3.20 लाख टन होने की उम्मीद है। इस बीच, सरकार ने चीनी के आयात शुल्क को दोगुना कर 100 प्रतिशत करने तथा निर्यात कर को समाप्त करने जैसे उपायों की पहले की घोषणा कर दी है। इसके अलावा सरकार ने चीनी के घटते दाम को थामने के लिए चीनी मिलों को 20 लाख टन चीनी क निर्यात करने को कहा है।