Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Jul, 2018 12:50 PM
ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल व बारिश के कारण सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं। कुछ ही दिनों में सब्जियों के दाम दोगुने से अधिक हो गए हैं। ट्रक ऑपरेटरों की
जालंधरः ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल व बारिश के कारण सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं। कुछ ही दिनों में सब्जियों के दाम दोगुने से अधिक हो गए हैं। ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल जारी होने के कारण आम व केले के अलावा प्याज, नींबू, अदरक की सप्लाई बंद होने से इनके भाव आसमान छू सकते हैं।
सभी सब्जियों की कीमतों में हुआ भारी उछाल
सब्जी |
पुरानी कीमत (प्रति किलो रुपए में) |
नई कीमत |
भिंडी |
20-25 |
30-40 |
टिंडे |
30-35 |
80 |
बैंगन |
20 |
30 |
करेला |
20 |
50 |
रामा तोरी |
20 |
40 |
फलियां |
20 |
40 |
फूलगोभी |
25 |
60 |
मटर |
50 |
100-120 |
टमाटर |
15-20 |
30 |
छल्लियां |
50 |
120 |
आलू |
15 |
20 |
प्याज |
20 |
20 |
अदरक |
60-70 |
110 |
हलवा कद्दू |
15 |
30 |
मंडी में दो दिन पहले तक रवाना हुए ट्रकों की सप्लाई फल व सब्जियां रविवार सुबह तक पहुंची लेकिन सोमवार को हिमाचल को छोड़ अन्य जिलों से आने वाली फल व सब्जियों की सप्लाई पूरी तरह बंद होने से उनके दाम बढ़ने के आसार हैं।
गौरतलब है कि ट्रांसपोटर्स की देशव्यापी हड़ताल के तीसरे दिन भी ट्रकों के पहिए पूरी तरह थमे रहे। रिटेल ओल्ड सब्जी मंडी एसोसिएशन के प्रधान विशाल कुमार गुलाटी के अनुसार रविवार तक तो मंडी में सप्लाई बराबर पहुंची है। ऐसे में मंडी में हड़ताल का अभी कोई असर नहीं पड़ा है, सब्जियों की कीमतें भी यथावत हैं।
हिमाचल को छोड़ अन्य प्रदेशों से आने वाली फल व सब्जियों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। प्याज, नींबू, अदरक की सप्लाई ठप होने के आसार हैं, ऐसे में इनकी कीमतें बढ़ना स्वाभाविक है। मंडी सूत्रों का कहना है कि अन्य सब्जियां स्थानीय स्तर से या फिर हिमाचल से आती हैं। हिमाचल से सब्जियां व फल पिकअप द्वारा सप्लाई होती है। पिकअप की सप्लाई जारी है इस पर कोई असर नहीं है। ऐसे में हिमाचल से आने वाली सब्जियां व फल आलू बुखारा, सेब आदि की कीमतों पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इम्पोर्टेड फल सेब आदि की कीमतें बढ़ जाएंगी क्योंकि ये मुंबई के रास्ते जालंधर की मंडी में दिल्ली से पहुंचते हैं।