Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Apr, 2019 07:16 PM
आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज की डगमगाती स्थिति पर अब सरकार ने भी नज़रें गड़ा दी हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने जेट एयरवेज की स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए आवश्यक बैठक बुलाई है।
बिजनेस डेस्कः आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज की डगमगाती स्थिति पर अब सरकार ने भी नज़रें गड़ा दी हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने जेट एयरवेज की स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए आवश्यक बैठक बुलाई है। इससे पहले नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरोला को जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करने का शुक्रवार को निर्देश दिया। सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने उड्डयन सचिव से कहा है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।
उद्योग सूत्रों के अनुसार जेट एयरवेज शुक्रवार को केवल नौ विमानों दो बोइंग 737 और सात क्षेत्रीय जेट एटीआर का संचालन करेगा। एक सूत्र ने कहा, ‘‘जेट शुक्रवार को केवल नौ विमान का संचालन कर रहा है।’’ नकदी की समस्या से जूझ रहे जेट एयरवेज ने बृहस्पतिवार को पूर्व और पूर्वोत्तर क्षेत्रों के लिए अपनी उड़ानें बंद कर दीं। उसने एक दिन के लिए अंतरराष्ट्रीय सेवाएं भी निलंबित कर दी है। इसके परिणामस्वरूप कई यात्री हवाईअड्डों पर फंस गए।
सूत्रों ने बताया कि केवल उड़ानें रद्द होने से एयरलाइन पर यात्रियों का 3,500 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया हो गया है। बृहस्पतिवार दोपहर तक एयरलाइन ने केवल 14 विमानों का संचालन किया। एक वक्त था जब जेट एयरवेज 123 विमानों का संचालन करता था।
SBI चेयरमैन ने कहा था- गोयल भी बोली लगा सकते हैं
नरेश गोयल ने बैंकों के दबाव में 25 मार्च को जेट के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था। इसे कर्ज देने वाले बैंकों की बैठक के बाद एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था कि जेट की नीलामी में कोई भी हिस्सा ले सकता है। उन्होंने कहा था कि नीलामी नरेश गोयल और जेट की साझीदार एतिहाद एयरवेज के लिए भी खुली है।