महंगा हो सकता है बैंकों से लोन लेना, बढ़ेंगी ब्याज दरें

Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 May, 2018 03:25 PM

take loans from banks it will be expensive interest rates will increase

भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) की अगली मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक में ब्याज दरें बढ़ाने पर फैसला हो सकता है। हालांकि, केंद्र सरकार दावा कर रही है कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) की अगली मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक में ब्याज दरें बढ़ाने पर फैसला हो सकता है। हालांकि, केंद्र सरकार दावा कर रही है कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा लेकिन RBI की तैयारियां कुछ और इशारा कर रही हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो 4 से 6 जून के बीच होने वाली आर.बी.आई. की बैठक में क्रूड की कीमतों में तेजी ही मुख्य मुद्दा हो सकता है। साथ ही महंगाई को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। ऐसे में आसार हैं कि आर.बी.आई. गवर्नर उर्जित पटेल ब्याज दर बढ़ाने पर फैसला ले सकते हैं।

PunjabKesari

महंगाई काबू नहीं हुई तो महंगा होगा कर्ज
फाइनेंशियल फर्म पहले ही इशारा कर चुकी हैं कि महंगाई बढ़ने का खतरा है। वहीं, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और रुपए में लगातार गिरावट इसे और मजबूत बना रही हैं। आशंका जताई जा रही है कि मई महीने में रिटेल महंगाई 5 फीसदी का आंकड़ा पार कर सकती है। वहीं, आर.बी.आई. महंगाई को 4 फीसदी पर स्थिर रखना चाहता है। 

PunjabKesari

जून की बैठक है काफी अहम
आर.बी.आई. के सूत्रों के मुताबिक, एमपीसी की बैठक में क्रूड की कीमतों पर चर्चा होगी। साथ ही आर.बी.आई. गवर्नर उर्जित पटेल वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से भी इस पर चर्चा करेंगे। अप्रैल की बैठक में यह इशारा दिया गया था कि जून में होने वाली बैठक में ब्याज दर बढ़ाने पर फैसला हो सकता है। अब अप्रैल के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में करीब 20 फीसदी की तेजी आई है। वहीं, अप्रैल में रिटेल महंगाई भी बढ़कर 4.58 फीसदी पर पहुंच गई थी। आगे इसके और बढ़ने की संभावनाएं हैं ऐसे में आशंका है कि आर.बी.आई. मजबूरन ब्याज दर 0.25 फीसदी बढ़ा सकता है।

PunjabKesari

बैंक भी दे चुके हैं पहले ही संकेत
बैंकों ने पिछले कुछ समय में जैसे कदम उठाएं हैं, उससे साफ संकेत मिले हैं कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले दो महीने में SBI, PNB समते ज्यादातर बैंकों ने कई स्कीमों पर ज्यादा ब्याज देना शुरू किया है। हालांकि, यह सीमित अवधियों के लिए है। आपको बता दें, ऐसा तभी होता है जब आर.बी.आई. ब्याज दरें बढ़ाने पर विचार कर रहा हो। कर्ज महंगा होने की दिशा में बैंकों की तरफ से उठाया गया यह पहला कदम होता है।

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!