प्रत्यक्ष कर संग्रह 2018-19 में लक्ष्य के पार, अगले वित्त वर्ष में 13.80 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य

Edited By Isha,Updated: 02 Feb, 2019 11:18 AM

target of rs 13 80 lakh crore in the next fiscal year

चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह बजट लक्ष्य से 50,000 करोड़ रुपए बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, अगले वित्त वर्ष 2019-20 के लिए इस मद में 13.80 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने पहले बजट में प्रत्यक्ष करों से...

नई दिल्लीः चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह बजट लक्ष्य से 50,000 करोड़ रुपए बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, अगले वित्त वर्ष 2019-20 के लिए इस मद में 13.80 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने पहले बजट में प्रत्यक्ष करों से चालू वित्त वर्ष में 11.50 लाख रुपए जुटने का अनुमान रखा था। प्रत्यक्ष कर में कॉर्पोरेट कर और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) दोनों शामिल है।

2019-20 के बजट अनुमानों के मुताबिक, 13.80 लाख करोड़ रुपए के प्रत्यक्ष कर में से 7.60 लाख करोड़ रुपए कॉर्पोरेट कर से और 6.20 लाख करोड़ रुपए व्यक्तिगत कर से आने का अनुमान रखा गया है। यह चालू वित्त वर्ष में रखे गए अनुमानों से अधिक है। 2018-19 के लिए कॉर्पोरेट कर से 6.71 लाख करोड़ रुपए और व्यक्तिगत आयकर से 5.29 लाख करोड़ रुपए एकत्र होने का अनुमान रखा गया था। अप्रत्यक्ष करों के मोर्चे पर, चालू वित्त वर्ष में सीमाशुल्क संग्रह बजट अनुमान के 1.12 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 1.30 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। 2019-20 में इस मद में 1.45 लाख करोड़ रुपए एकत्र होने का अनुमान है।

वित्त वर्ष 19-20 के लिए उत्पाद शुल्क संगह का लक्ष्य पिछले वित्त वर्ष के 2.59 लाख करोड़ रुपए के बराबर ही रखा गया है हालांकि जीएसटी संग्रह का अनुमान बढ़ाकर 7.61 लाख करोड़ रुपए रखा गया है। चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह 6.43 लाख करोड़ रुपए पर रहा, जो कि पिछले बजट लक्ष्य 7.43 लाख करोड़ रुपए से कम है।

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