Edited By vasudha,Updated: 15 Feb, 2020 01:23 PM
घरेलू कार बाजार में लंबी अवधि के लिए 10 फीसदी हिस्सेदारी पर कब्जा करने के उद्देश्य से टाटा मोटर्स ने एक नई योजना बनाई है। इस योजना के तहत कंपनी छोटे शहरों में डीलरशिप खोलने के लिए तेल विक्रेताओं के साथ सांझेदारी कर रही है। इसके तहत पैट्रोल पंपों के...
बिजनेस डेस्क: घरेलू कार बाजार में लंबी अवधि के लिए 10 फीसदी हिस्सेदारी पर कब्जा करने के उद्देश्य से टाटा मोटर्स ने एक नई योजना बनाई है। इस योजना के तहत कंपनी छोटे शहरों में डीलरशिप खोलने के लिए तेल विक्रेताओं के साथ सांझेदारी कर रही है। इसके तहत पैट्रोल पंपों के जरिए कारों की बिक्री की जाएगी।
टाटा मोटर्स के हैड ऑफ मार्कीटिंग (पैसेंजर कार) विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि इनको अंदरूनी तौर पर इमेजिंग मार्केट आउटपुट कहा जा सकता है। इन शोरूम पर 1 या 2 छोटी कार दिखाई देंगी। इसके अलावा शहर के हिसाब से पॉपुलर कारों को भी इन शोरूम पर दिखाया जाएगा। श्रीवास्तव ने बताया कि कंपनी अपनी इस योजना के तहत अब तक 400 आऊटलैट स्थापित कर चुकी है।
दरअसल मेट्रो शहरों में पारंपरिक शोरूम स्थापित करने में करीब 30 करोड़ रुपए खर्च आता है। छोटे शहरों में पेट्रोल पंपों पर शोरूम स्थापित करने से इस लागत में कमी आएगी और डीलरों को कम निवेश करना होगा। अन्य कार निर्माता कंपनियों ने भी छोटे डीलरशिप खोलने की घोषणा की है। हालांकि, अभी तक किसी भी कंपनी किसी समझौते की घोषणा नहीं की है।