टैक्स कलैक्शन से सरकार को हुई मोटी 'कमाई'

Edited By ,Updated: 04 Apr, 2017 06:30 PM

tax collection for fiscal 2017 exceeds target by 18

सरकार के खजाने में समाप्त वित्त वर्ष 2016-17 में तय लक्ष्य से ज्यादा 17.10 लाख करोड़ रुपए का कर संग्रह....

नई दिल्ली: सरकार के खजाने में समाप्त वित्त वर्ष 2016-17 में तय लक्ष्य से ज्यादा 17.10 लाख करोड़ रुपए का कर संग्रह (टैक्स कलैक्शन) हुआ है। वित्त मंत्रालय के रेवेन्‍यू डिपार्टमेंट के अनुसार, 2016-17 में प्रोविजनल नेट टैक्‍स कलैक्शन करीब 18 फीसदी बढ़ा है। इसमें डायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन 14.2 फीसदी बढ़कर 8.47 लाख करोड़ और इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन 22 फीसदी बढ़कर 8.63 लाख करोड़ है। बता दें, सरकार ने 2016-17 के लिए नेट टैक्‍स कलैक्शन का बजट अनुमान 16.25 लाख करोड़ रुपए रखा था।

डायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन
मार्च 2017 तक डायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन के प्रोविजनल आंकड़ों के अनुसार नेट कलैक्शन पिछले साल के मुकाबले 14.2 फीसदी बढ़कर 8.47 लाख करोड़ है। यह 2016-17 के लिए 100 फीसदी अचीवमेंट है। डायरेक्‍ट टैक्‍स में कॉरपोरेट इनकम टैक्‍स (सी.आई.टी.) और पर्सनल इनकम टैक्‍स (पी.आई.टी.) शामिल हैं। प्रोविजनल आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2017 तक कॉरपोरेट टैक्‍स कलैक्शन में 13.1 फीसदी और पर्सनल इनकम टैक्‍स में 18.4 फीसदी है। हालांकि रिफंड के बाद नेट कॉरपोरेट टैक्‍स ग्रोथ 6.7 फीसदी और पर्सनल इनकम टैक्‍स ग्रोथ 21 फीसदी है। अप्रैल 2016-मार्च 2017 के दौरान 1.62 लाख करोड़ रुपए का रिफंड किया गया, जो 2015-16 में किए गए रिफंड से 32.6 फीसदी ज्‍यादा है।

इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन
2016-17 में प्रोविजनल इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन 2015-16 के मुकाबले 22 फीसदी बढ़कर 8.63 लाख करोड़ है। इनडायरेक्‍ट टैक्‍स में सेंट्रल एक्‍साइज, सर्विस टैक्‍स और कस्‍टम्‍स शामिल है। सेंट्रल एक्‍साइज का नेट कलैक्शन मार्च 2017 तक 3.83 लाख करोड़ रुपए रहा। यह पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 33.9 फीसदी ज्‍यादा है। नेट सर्विस टैक्‍स कलैक्शन 2.54 लाख करोड़ रुपए रहा। यह पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 20.2 फीसदी ज्‍यादा है। नेट कस्‍टम कलैक्शन 2016-17 में 2.26 लाख करोड़ रुपए रहा, जोकि इससे पिछले फाइनेंशियल ईयर के मुकाबले 7.4 फीसदी ज्‍यादा है।

मोदी राज में बढ़ी नौकरियां
इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आने के बाद एक बात तो साफ है कि मोदी राज में नौकरियां बढ़ी हैं। अगर हम एक नजर 2016-17 में प्रोविजनल इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन पर डालें तो यह 2015-16 के मुकाबले 22 फीसदी बढ़ा है जिसका मतलब है कंपनियों में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ी है। जिससे लाखों के बेरोजगारों को रोजगार मिला है। 

- डायरेक्‍ट और इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलैक्शन सामने आने के बाद सरकार के खजाने में 17.10 लाख करोड़ जमा हुआ है। जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले 18 प्रतिशत अधिक है। यानि इस बार सरकार के पास बजट में खर्च करने के लिए अधिक पैसा होगा।        

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