Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Feb, 2018 02:42 PM
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सी.बी.डी.टी.) ने अपने फील्ड अधिकारियों को चालू वित्त वर्ष 2017-18 में 10.05 लाख करोड़ रुपए के प्रत्यक्ष कर संग्रह लक्ष्य हासिल करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करने और बेहतर प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित...
नई दिल्लीः केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सी.बी.डी.टी.) ने अपने फील्ड अधिकारियों को चालू वित्त वर्ष 2017-18 में 10.05 लाख करोड़ रुपए के प्रत्यक्ष कर संग्रह लक्ष्य हासिल करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करने और बेहतर प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। प्रत्यक्ष कर में व्यक्तिगत आयकर और कॉरपोरेट कर आते हैं। वित्त वर्ष 2018-19 के बजट में सरकार प्रत्यक्ष कर संग्रह के लक्ष्य को बढ़ाकर 10.05 लाख करोड़ रुपए कर दिया है। पहले यह लक्ष्य 9.80 लाख करोड़ रुपए का था। इससे पहले इसी महीने समीक्षा बैठक में सी.बी.डी.टी. ने उन जोन या क्षेत्रों के लिए ऊंचा लक्ष्य तय किया था जो बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि हम जनवरी-मार्च तिमाही में बेहतर अग्रिम कर संग्रह की उम्मीद कर रहे हैं। यदि अक्तूबर-दिसंबर का रुख जारी रहता है तो हम 10 लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य को पा लेंगे। फिलहाल विभाग उन इकाइयों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो स्व-आंकलन के आधार पर कर दे रही हैं। अधिकारी ने कहा कि यह जांच करेंगे कि क्या स्व आकलन उनकी आमदनी से मेल खाता है। इसके अलावा कर अधिकारियों से कहा गया है कि स्रोत पर कर कटौती को जमा कराया जाए।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी की अवधि में सरकार ने प्रत्यक्ष करों के रूप में 6.95 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं, जो 2017-18 के वित्त वर्ष के 10.05 लाख करोड़ रुपए का 69.2 फीसदी बैठता है। पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने प्रत्यक्ष कर से 8.49 लाख करोड़ रुपए जुटाए थे।