Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Apr, 2019 11:54 AM
मशहूर ऑटो कंपनी टेस्ला के चेयरमैन ऐलन मस्क को गुरुवार को बड़ा झटका लगा। न्यूयॉर्क शेयर बाजार के खुलने के 2 मिनट के भीतर ही टेस्ला के शेयर 11 फीसदी तक गिर गए। इससे कंपनी का मार्केट कैप 4.12 अरब डॉलर (28,428 करोड़ रुपए) घट गया।
बिजनेस डेस्कः मशहूर ऑटो कंपनी टेस्ला के चेयरमैन ऐलन मस्क को गुरुवार को बड़ा झटका लगा। न्यूयॉर्क शेयर बाजार के खुलने के 2 मिनट के भीतर ही टेस्ला के शेयर 11 फीसदी तक गिर गए। इससे कंपनी का मार्केट कैप 4.12 अरब डॉलर (28,428 करोड़ रुपए) घट गया। शेयर इसलिए गिरा क्योंकि जनवरी-मार्च तिमाही में टेस्ला की वाहन बिक्री 31 फीसदी घट गई। कंपनी के इतिहास में यह सबसे बड़ी तिमाही गिरावट है। टेस्ला ने बुधवार को वाहन बिक्री के आंकड़े जारी किए थे।
मस्क की नेटवर्थ 91.4 करोड़ डॉलर घटी
टेस्ला के शेयर में गिरावट से सीईओ ऐलन मस्क की नेटवर्थ 91.4 करोड़ डॉलर (6306.6 करोड़ रुपए) घटकर 22.5 अरब डॉलर रह गई। उनकी नेटवर्थ में टेस्ला की शेयरहोल्डिंग शामिल है। गुरुवार को इंट्रा-डे में टेस्ला का शेयर 11 फीसदी तक गिर गया था। इससे मस्क की नेटवर्थ में 1 अरब डॉलर तक का नुकसान दर्ज किया गया लेकिन बाद में कुछ भरपाई हो गई क्योंकि शेयर निचले स्तर से रिकवर हो गया और 8.18 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार खत्म किया।
हर एक सेकेंड में 63 करोड़ रुपए का नुकसान
टेस्ला के शेयरों में 2 मिनट में 11 फीसदी की गिरावट के बाद कंपनी के मार्केट कैप में 1.1 अरब डॉलर की कमी हो गई है। इसे भारतीय रुपयों में आंका जाए तो यह करीब 7,611 करोड़ रुपए होते हैं। यानी एलन मस्क को दो मिनट में 7,611 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। यदि इसके प्रति सेकेंड में विभाजित किया जाए तो मस्क को हर एक सेकेंड में 63 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
जनवरी-मार्च में टेस्ला ने 63,000 कारें बेचीं
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के मुकाबले यह 31 फीसदी कम है। जनवरी-मार्च में टेस्ला की बेस्ट सेलिंग कार- मॉडल 3 सेडान की 50,900 यूनिट बिकीं। लग्जरी- मॉडल एस सेडान और मॉडल एक्स एसयूवी की 12,100 यूनिट बिकीं। 2 साल में पहली बार टेस्ला की तिमाही बिक्री घटी है।
कोर्ट में पेश हुए ऐलन मस्क
अमेरिका के सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) से विवाद के मामले में मस्क गुरुवार को कोर्ट में पेश हुए। अदालत ने दोनों को विवाद सुलझाने के लिए 2 हफ्ते का वक्त दिया है। कमीशन की मंजूरी लिए बिना सोशल मीडिया पर कंपनी से जुड़े अपडेट पोस्ट करने और गलत जानकारी देन की वजह एसईसी ने मस्क खिलाफ केस दायर किया था। इससे पहले एक बार दोनों के बीच सेटलमेंट हो गया था लेकिन एसईसी का कहना है कि मस्क ने सेटलमेंट की शर्तों का पालन नहीं किया।