Edited By Supreet Kaur,Updated: 04 May, 2018 02:55 PM
बैंकिंग घोटालों के बाद से लोगों का बैंकों से मोहभंग हो गया है। बैंक डिपोजिट ग्रोथ रेट पिछले 55 सालों में सबसे निचले स्तर पर चली गई है। आरबीआई द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2018 को खत्म हुए वित्त वर्ष में बैंक में लोगों ने 6.7 फीसदी की दर...
नई दिल्लीः बैंकिंग घोटालों के बाद से लोगों का बैंकों से मोहभंग हो गया है। बैंक डिपोजिट ग्रोथ रेट पिछले 55 सालों में सबसे निचले स्तर पर चली गई है। आरबीआई द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2018 को खत्म हुए वित्त वर्ष में बैंक में लोगों ने 6.7 फीसदी की दर से पैसे जमा किए जो 1963 के बाद सबसे कम है।
रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी के बाद तकरीबन 86 फीसदी नकदी बैंकों में पहुंची थी। इससे बैंकों के पास काफी बड़ी मात्रा में नकदी जमा हुई थी, लेकिन अब बैंकों पर उल्टा असर पड़ता दिख रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक नोटबंदी के बाद जो पैसा बैंकिंग सिस्टम में आया था, वह अब निकल चुका है। साथ ही पिछले सालों में हुए बैंकिंग घोटालों के बाद से लोग काफी डर गए हैं और उन्होंने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) से पैसे को म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश कर दिया।