Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Aug, 2019 12:16 PM
नकली उत्पादों से सिर्फ ग्राहकों को ही नहीं, बल्कि देश को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। प्रमाणन उद्योग संगठन ‘प्रमाणन समाधान सेवाप्रदाता संघ’ (एएसपीए) ने कहा कि नकली उत्पादों से देश को हर साल कुल एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान होता है।
बिजनेस डेस्कः नकली उत्पादों से सिर्फ ग्राहकों को ही नहीं, बल्कि देश को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। प्रमाणन उद्योग संगठन ‘प्रमाणन समाधान सेवाप्रदाता संघ’ (एएसपीए) ने कहा कि नकली उत्पादों से देश को हर साल कुल एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान होता है। संघ ने कहा कि इस नुकसान को कम करने के लिए नकली उत्पादों के बारे में जागरुकता फैलाने, निगरानी करने और इन उत्पादों से निपटने के उपाय खोजने की जरूरत है।
प्रमाणन समाधान सेवाप्रदाता संघ में 60 सदस्य हैं। एएसपीए के अध्यक्ष नकुल पासरिचा ने कहा, ‘‘वर्तमान में नकली उत्पादों से देश को हर साल करीब 1.05 लाख करोड़ रुपए का नुकसान होता है। प्रमाणन समाधान, जागरुकता और निगरानी का सही तरीके से पालन करके यदि नकली उत्पादों पर 50 फीसदी भी रोक लगा दी जाए जो देश को हर साल 50,000 करोड़ रुपए की बचत हो सकती है।’’
एएसपीए ने ब्रांड, आय और दस्तावेजों की सुरक्षा के लिए प्रमाणन प्रौद्योगिकी और समाधान अपनाने पर प्रमुखता से जोर दिया। इन नकली उत्पादों से सबसे ज्यादा नुकसान दवा क्षेत्र का हुआ है। इन नकली दवाओं से आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी बड़ा खतरा उत्पन्न हो रहा है। एएसपीए अध्यक्ष पासरिचा ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को इस दिशा में जरूरी कदम उठाने की जरूरत है।