Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Jan, 2019 05:45 PM
टॉर्च और बैटरी बनाने वाली 100 साल पुरानी मशहूर कंपनी एवरेडी बिकने जा रही है। कंपनी के प्रमोटर बी एम खेतान ने अपने 45 फीसदी शेयर में 30 फीसदी को बेचने का फैसला किया है।
बिजनेस डेस्कः टॉर्च और बैटरी बनाने वाली 100 साल पुरानी मशहूर कंपनी एवरेडी बिकने जा रही है। कंपनी के प्रमोटर बी एम खेतान ने अपने 45 फीसदी शेयर में 30 फीसदी को बेचने का फैसला किया है। यह देश की ड्राई सेल बैटरी और फ्लैशलाइट्स सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी है। इन गतिविधियों से वाकिफ एक व्यक्ति ने इसकी जानकारी दी। कहा जा रहा है कि उन्होंने बिक्री प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए कोटक महिंद्रा बैंक का चयन किया है।
खेतान परिवार अपने प्रमुख बैटरी ऑपरेशन की बिक्री सुस्त पड़ने के मद्देनजर 1,500 करोड़ रुपए के इस कारोबार की समीक्षा कर रहा है। ग्रुप कंपनियों में दुनिया की सबसे बड़ी बल्क टी प्रॉड्यूसर मैकलियॉड रसेल, किलबर्न इंजीनियरिंग और मैकनैली भारत आदि शामिल हैं। 1905 से इस पर यूनियन कार्बाइड इंडिया का मालिकाना हक रहा था। खेतान परिवार ने 1990 के दशक की शुरुआत में इसे अपने कब्जे में लेने के लिए बॉम्बे डाइंग के नुस्ली वाडिया के साथ तीखी लड़ाई लड़ी। इस संघर्ष में खेतान परिवार की जीत हुई और 300 करोड़ रुपए में एवरेडी उनकी हो गई। लेकिन, अभी उसका शेयर प्राइस पिछले साल के मुकाबले आधी रह गया। इस लिहाज से उसका ताजा मार्केट वैल्यू 1,350 करोड़ रुपए है।
एवरेडी इंडस्ट्रीज के एमडी अमृतांशु खेतान से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पाई। हालांकि, उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पहले विकल्प के रूप में कंपनी के प्रमोटर्स एक स्ट्रैटिजिक पार्टनर की तलाश करेंगे जो उनके कुछ शेयर खरीद ले। एक सूत्र ने बताया, 'सब ठीक-ठाक रहा तो वे अपना 30 प्रतिशत शेयर बेच देंगे जबकि 10 से 15 प्रतिशत शेयर अपने पास रखेंगे।' एवरेडी हर साल 1 अरब 20 करोड़ से ज्यादा बैटरी और 2.5 करोड़ फ्लैशलाइट बेचती है।