Edited By Supreet Kaur,Updated: 20 Apr, 2018 04:25 PM
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बढ़ते ई-कॉमर्स कारोबार तथा इससे पार्सल व्यवसाय में बढ़ोतरी के मद्देनजर भारतीय डाक की पार्सल सेवा को गति देने के लिए पार्सल निदेशालय का शुभारंभ किया और कहा कि अगले कुछ महीने में डाकघरों का बदला हुआ चेहरा......
नई दिल्लीः संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बढ़ते ई-कॉमर्स कारोबार तथा इससे पार्सल व्यवसाय में बढ़ोतरी के मद्देनजर भारतीय डाक की पार्सल सेवा को गति देने के लिए पार्सल निदेशालय का शुभारंभ किया और कहा कि अगले कुछ महीने में डाकघरों का बदला हुआ चेहरा दिखेगा जो ‘न्यू इंडिया’ की अवधारणा पर आधारित होगा।
सिन्हा ने कहा कि यह निदेशालय सिर्फ पार्सल एवं ई-कॉमर्स के लिए काम करेगा। यह पूरी तरह से डाक जीवन बीमा निदेशालय और व्यवसाय विकास निदेशालय की तरह कार्य करेगा। पारंपरिक मेल व्यवसाय और विपणन संबंधित कार्यों का मौजूदा प्रभागों द्वारा नियंत्रित किया जाना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह नया निदेशालय भारतीय डाक के व्यवसाय को बढ़ाने और ग्राहकों को किफायती एवं प्रभावी सेवा प्रदान करने के लिए उत्प्रेरक का काम करेगा। नए संचार माध्यमों के आने से वैश्विक स्तर पर मेल सेवाएं घटी हैं और भारत भी इसका अपवाद नहीं हो सकता है। इस बीच पैकेट और पार्सल सेवाओं में तेजी बढ़ोतरी हुई है। इसका मुख्य कारण ई-कॉमर्स है जिसमें एकीकृत संग्रहण, छंटाई, पारेषण और वितरण की जरूरत होती है।
सिन्हा ने कहा कि पार्सल व्यवसाय में भारतीय डाक की हिस्सेदारी अभी बहुत कम है, लेकिन इस निदेशालय के शुरू किए जाने से आने वाले वर्षाें में इस व्यवसाएं में भी अच्छी हिस्सेदारी होगी। एक अनुमान के अनुसार अभी भारत में पार्सल कारोबार 18 हजार करोड़ रुपए का है जो वर्ष 2026 तक बढ़कर 60 हजार करोड़ रुपए पर पहुुंच सकता है। इसके मद्देनजर भारतीय डाक इस व्यवसाय में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर दे रहा है। अभी इसमें निजी पार्सल कंपनियों का दबदबा है।