बैन का असर, टिक टॉक भी करेगा चीन का बहिष्कार

Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Jul, 2020 06:28 PM

the impact of bain chinese company preparing to move out of china

भारत में प्रतिबंधित टिकटॉक ऐप अब चीन से नाता तोड़ना चाहता है। बाइटडांस लिमिटेड ने कहा कि यह अपने टिक टॉक कारोबार के कॉर्पोरेट ढांचे में परिवर्तन करने के बारे में सोच रहा है। अमेरिका की चिंता मूल कंपनी के चीनी ओरिजिन को लेकर है।

बिजनेस डेस्कः भारत में प्रतिबंधित टिकटॉक ऐप अब चीन से नाता तोड़ना चाहता है। बाइटडांस लिमिटेड ने कहा कि यह अपने टिक टॉक कारोबार के कॉर्पोरेट ढांचे में परिवर्तन करने के बारे में सोच रहा है। अमेरिका की चिंता मूल कंपनी के चीनी ओरिजिन को लेकर है। इसको लेकर कंपनी के एक्जीक्यूटिव्स की बैठक हुई। बैठक में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक इसमें टिकटॉक के लिए एक नया प्रबंधन बोर्ड बनाने और चीन के बाहर ऐप के लिए एक अलग मुख्यालय स्थापित करने जैसे विकल्पों पर चर्चा की गई। 

न्यूज एजेंसी ब्लूम्बर्ग के मुताबिक शार्ट वीडियो और संगीत ऐप TikTok वर्तमान में बाइटडांस से अलग अपना मुख्यालय नहीं है। यह चीन के केमैन आइलैंड्स में स्थित है। वैश्विक आधार पर टिकटॉक अपना नया हेडक्वार्टर खोलने के लिए कई स्थानों पर विचार कर रहा है। बता दें इसके पांच सबसे बड़े कार्यालय लॉस एंजिल्स, न्यूयॉर्क, लंदन, डबलिन और सिंगापुर में हैं। वहीं एएनआई के मुताबि चीन द्वारा नया नेशनल सिक्योरिटी लॉ लाने के बाद टिकटॉक ने हांगकांग के मार्केट से हटने का फैसला किया है।

$6 billion: The amount TikTok's parent company ByteDance is ...

चीन के खिलाफ उठाने जा रहा अमेरिका बड़ा कदम
टिक-टॉक ने अपने एक बयान में कहा, "हम अपने उपयोगकर्ताओं, कर्मचारियों, कलाकारों, रचनाकारों, भागीदारों और नीति निर्माताओं के सर्वोत्तम हित में आगे बढ़ेंगे।" यह ऐप यूएस में सबसे अधिक डाउनलोड की जाती है और यह किशोरों के साथ बेतहाशा लोकप्रिय है। पिछले दो हफ्तों से टिकटॉक को लेकर भारत समेत कई देशों में बुरी खबरें हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि उनका प्रशासन अमेरिका में कोरोवायरस से निपटने के लिए चीन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के एक संभावित तरीके के रूप में ऐप पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। अमेरिका चीन के खिलाफ कई कदम उठाने जा रहा है और टिकटॉक को बैन करना उनमें से एक है।

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आस्ट्रेलिया भी लगा सकता है प्रतिबंध
बता दें भारत और अमेरिका की तरह आस्ट्रेलिया में भी कई सांसद टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव कर रहे हैं। हाल ही में लिबरल पार्टी के सीनेटर जिम मोलन ने कहा कि चीन सरकार टिक टॉक का उपयोग और दुरुपयोग कर रही है। वहीं टिक टॉक ने गुरुवार को बताया कि गाइडलाइंस का उल्लंघन करने पर उसने पिछले साल की दूसरी छमाही में अपने प्लेटफॉ‌र्म्स से 4.9 करोड़ से ज्यादा वीडियो को हटाया था। इनमें से करीब एक तिहाई वीडियो भारत के थे। इसके बाद हटाए गए सबसे ज्यादा वीडियो अमेरिका और पाकिस्तान के थे। 

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20 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स
भारत में टिकटॉक पर करीब 20 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। हर महीने करीब 12 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं। लॉन्च के बाद से अब तक भारत में इस ऐप को 66 करोड़ टाइम्स डाउनलोड किया जा चुका है। भारत में बाइटडांस ने 2000 से ज्यादा लोगों को नौकरी दी है।

बाइटडांस को सैकड़ों करोड़ का नुकसान
भारत में बैन के कारण कंपनी को सैकड़ों करोड़ का नुकसान हुआ है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बैन के कारण टिकटॉक को कम से कम 6 अरब डॉलर का नुकसान होगा। डेटा सिक्यॉरिटी और डेटा प्राइवेसी के नाम पर संभव है कि आने वाले दिनों में कंपनी को दूसरे देशों में भी इसी तरह की घटना झेलनी पड़े। ऐसे में कंपनी ने समय रहते अपने लिए नए ठिकाने के विकल्प पर काम करना शुरू कर दिया है।

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